"कणाद": अवतरणों में अंतर

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: अर्थात्‌ वेग या मोशन (motion) पांचों द्रव्यों पर निमित्त व विशेष कर्म के कारण उत्पन्न होता है तथा नियमित दिशा में क्रिया होने के कारण संयोग विशेष से नष्ट होता है या उत्पन्न होता है।
 
== सन्दर्भ ==
== लगभग ५०० ‌‌ई.पू भारतीय दार्शनीक महर्षि कणाद ने प्रतिपदित किया था कि
{{टिप्पणीसूची}}
√ यदि हम द्रव पदार्थ को विभाजित करते जाए तो हमे छोटे छोटे कण प्राप्त होंगे तथा अन्त। मै एक सीमा आएगी कि ये कन आगे पुन विभाजित नहीं किए जा सकेंगे
 
==इन्हें भी देखें==
"https://hi.wikipedia.org/wiki/कणाद" से प्राप्त