"बात एक रात की": अवतरणों में अंतर

छो विराम चिह्न की स्थिति सुधारी।
पंक्ति 17:
 
== संक्षेप ==
राजेश्वर ([[देव आनंद]]) एक मस्त मौला फ़ितरत का नामी वक़ील है जो काम काज में मन नहीं लगाता है। एक दिन मछली पकड़ने के लिए वह झील में जाता है तभी एक लड़की झील में कूद जाती है। राजेश्वर लड़की को बचाता है पर तभी पुलीस आ जाती है और तब राजेश को पता चलता है कि यह लड़की नीला ([[वहीदा रहमान]]) एक ख़ून के जुर्म में मुल्ज़िमा है। उसने अपना इक़बाल-ए-जुर्म भी कर लिया है। राजेश्वर नीला को बचाने का बीड़ा उठा लेता है। लेकिन जब वह इस मामले की तह तक जाता है तो पता चलता है कि क़ातिल तो कोई और ही है। क्या राजेश्वर नीला को बचा पाएगा?
 
== चरित्र ==
== मुख्य कलाकार ==