"घर्षण": अवतरणों में अंतर
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'''घर्षण (Friction) :'''
''' यदि किसी स्थिर ठोस वस्तु पर कोई दूसरी ठोस वस्तु इस तरह से रखी जाती है की दोनों समतल पृष्टो एक-दुसरे को स्पस्ट करते है, तो इस दशा में दूसरी वस्तु को पहली वस्तु पर खिसकने के लिए बल लगाना पड़ता है l इस बल का मन एक सीमा से कम होने पर दूसरी वस्तु पहली वस्तु पर नहीं खिसक सकती है l इस कथन से यह स्पष्ट है की दोनों वस्तुए के संपर्क ताल एक बल गती के विपरीत दिशा में उत्पन हो जाता है जो दूसरी वस्तु की गती में विरोध करता है l इस विरोधी बल को ‘घर्षण’ कहते है l'''[[चित्र:Friction alt.svg|right|thumb|250px|धरती पर रखे एक ब्लाक के लिये [[फ्री-बॉडी आरेख]]]]
'''घर्षण''' (Friction) एक [[बल]] है जो दो तलों के बीच सापेक्षिक स्पर्शी [[गति]] का विरोध करता है। घर्षण बल का मान दोनों तलों के बीच [[अभिलंब बल]] पर निर्भर करता है।
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