"पोतराज": अवतरणों में अंतर

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==वर्णन==
पोतराज पुरुष होता है फिर भी वह महिलाके वेश धारण करता है | उसके बाल बंधे हुए होते है | माथेपे हल्दी और कुमकुम लगाया हुआ होता है | कमर पे बहुतसी साड़ियाँ जोड़कर सिलाया हुआ घागरा भी पहनता है | कमरपेही घण्टावाली और घुंगरू बांधी माला लगाई होती है |
पोतराज अपने हंटर के प्रहार से लोगोंकी विपत्तियोंको दूर करता है और देवीकी कृपा भक्तजनोंतक पहुँचाता है ऐसी मान्यता है |