"हमीरपुर जिला, उत्तर प्रदेश": अवतरणों में अंतर
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'''हमीरपुर ''' भारतीय राज्य [[उत्तर प्रदेश]] का एक [[जिला]] है। हमीरपुर नाम से ही एक जिला [[हमीरपुर जिला|हिमाचल प्रदेश]] में भी है। यह जिला बुन्देलखण्ड के अंतर्गत आता है।
जिले का मुख्यालय [[हमीरपुर]] है।
'''क्षेत्रफल''' - 4121 वर्ग कि.मी.
'''जनसंख्या''' - 894,437 (2001 जनगणना)
'''साक्षरता''' -
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'''एस. टी. डी (STD) कोड''' - 05282
'''जिलाधिकारी '''-
'''समुद्र तल से उचाई''' -
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'''औसत वर्षा''' - मि.मी.
क्षेत्रफल: 4,098 वर्ग किलोमीटर
भाषा: हिन्दी सिंघ महेशवरी मंदिर, चौरा देवी मंदिर, मेहर मंदिर, गायत्री तपोभूमि, बाके बिहारी मंदिर, ब्रह्मानन्द धाम, कल्पवृक्ष और निरंकारी आश्रम आदि यहां के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से हैं। यह जिला जालौन, जिला कानपुर देहात जिला और फतेहपुर जिले के उत्तर, बांदा जिले के पूर्व, महोबा जिले के दक्षिण और झांसी जिले के पश्चिम से घिरा हुआ है। यमुना और बेतवा यहां की प्रमुख नदियां है। भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के समय में भी इस जगह भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है।▼
भाषा: हिन्दी
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मेहर बाबा मंदिर: मेहर मंदिर का निर्माण 1964 ई. में परमेशवरी दयाल पुकार ने करवाया था। परमेशवरी अवतार मेहर बाबा के बहुत बड़े भक्त थे। 18 नवम्बर 1970 ई. को मंदिर में अवतार मेहर बाबा की प्रतिमा स्थापित की गई थी। प्रत्येक वर्ष 18 और 19 नवम्बर को
▲सिंघ महेश्वरी मंदिर: यह मंदिर भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित है। यह मंदिर यमुना नदी के तट पर स्थित जिला मुख्यालय के समीप है। ऐतिहासिक दृष्टि से भी यह मंदिर काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। माना जाता है कि यह मंदिर गुप्त काल के समय का है।
▲चौरा देवी मंदिर: चौरा देवी मंदिर का निर्माण एक पीपल के वृक्ष के समीप करवाया गया है। मंदिर में चौरा देवी की प्रतिमा स्थित है। माना जाता है कि एक बार किसी भक्त के स्वप्न में आधी रात को देवी ने दर्शन दिए थे। कुछ समय के पश्चात् मंदिर के समीप ही एक खूबसूरत पार्क का निर्माण करवाया गया था।
▲मेहर मंदिर: मेहर मंदिर का निर्माण 1964 ई. में परमेशवरी दयाल पुकार ने करवाया था। परमेशवरी अवतार मेहर बाबा के बहुत बड़े भक्त थे। 18 नवम्बर 1970 ई. को मंदिर में अवतार मेहर बाबा की प्रतिमा स्थापित की गई थी। प्रत्येक वर्ष 18 और 19 नवम्बर को मेहर प्रेम मेले का आयोजन किया जाता है।
▲बाके विहारी मंदिर: इस मंदिर का निर्माण 1872 ई. में पण्डित धानी राम ने करवाया था। इस मंदिर का निर्माण पण्डित धानी राम ने अपने भतीजे प्रागदत्त की पुण्यतिथि पर करवाया था। यह मंदिर पूरे बुंदेलखंड में अपनी कला के लिए प्रसिद्ध है।
सिटी फॉरेस्ट: सिटी फॉरेस्ट की स्थापना वन विभाग द्वारा की गयी थी। हमीरपुर- कालपी मार्ग के समीप स्थित यह जगह हमीरपुर से लगभग दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह जगह विशेष रूप से पिकनिक स्थल के रूप में काफी प्रसिद्ध है।
ब्रह्मानन्द धाम: ब्रह्मानन्द बांध का निर्माण स्वामी ब्रह्मानन्द की याद में करवाया गया था। यह धाम बरबारा गांव के सरीला ब्लॉक में स्थित है। इस जगह को धाम के नाम से भी जाना जाता है।
कल्पवृक्ष: कल्पवृक्ष हमीरपुर स्थित यमुना नदी के तट पर स्थित है। यह काफी पुराना वृक्ष है और भारत के बहुत ही कम जगहों पर देखा जा सकता है।
बांधुर बुजुर्ग -- बिवार गांव से 5 किमी पश्चिम में सरीला मार्ग पर स्थित बांधुर गांव में दो आश्रम हैं। छोटे आश्रम के प्रमुख दाता एन कानून शाह हैं। बड़े आश्रम में महिला दाता प्रमुख हैं।।
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