"परवीन बॉबी": अवतरणों में अंतर

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== व्यक्तिगत जीवन ==
परवीन का जन्म जूनागढ़, गुजरात के एक मुस्लिम परिवार में हुआ था। उनकी आरंभिक शिक्षा माउंट कार्मेल हाई स्कूल, अहमदाबाद से हुई और बाद में उन्होंने सेंट जेवियर्स कॉलेज, अहमदाबाद से अंग्रेजी साहित्य में मास्टर डिग्री प्राप्त की। उनके पिता वली मोहम्मद बॉबी, जूनागढ़ के नवाब तथा जमाल बख्ते बॉबी के निकाय प्रशासक थे। उनके पूर्वज गुजरात के पठान थे तथा बॉबी राजवंश के हिस्सा थे। वे अपने माता-पिता की एक मात्र संतान थी जो उनकी शादी के चौदह वर्ष बाद पैदा हुई थी। परवीन ने दस वर्ष की आयू में अपने पिता को खो दिया था.
 
परवीन ने कभी शादी नहीं की। लेकिन उनका कई विवाहित पुरुषो से संबंध रहे। जैसे निर्देशक महेश भट्ट, अभिनेता कबीर बेदी और डैनी डेनजोगपा। उनके और अमिताभ बच्चन के बीच भी चक्कर चलने की अफवाहें थी। उन्होंने बाद मे अमिताभ पर यह आरोप भी लगाया कि उन्होंने उन्हे मारने की कोशिश की है, हालाकि इसके कुछ साल बाद पता चला कि यह उनका वहम था। महेश भट्ट ने बाद में बॉबी और उनके बीच के रिश्ते पर आधारित एक आत्मकथात्मक फिल्म अर्थ (1982) बनाई, जिसके लेखक और निर्देशक वे स्वयं थे। उन्होंने उनके और परवीन बॉबी के बीच के रिश्ते के तथ्यो पर आधारित एक अन्य फिल्म, लम्हे (2006) बनाई, जिसके लेखक और निर्देशक भी वे ही थे।
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|[[:श्रेणी:1982 में बनी हिन्दी फ़िल्म|1982]] || [[खुद्दार (1982 फ़िल्म)|खुद्दार]] || मैरी ||
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|[[:श्रेणी:1981 में बनी हिन्दी फ़िल्म|1981]] || [[रक्षा (19811982 फ़िल्म)|रक्षा]] || ||
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|[[:श्रेणी:1981 में बनी हिन्दी फ़िल्म|1981]] || [[आहिस्ता आहिस्ता (1981 फ़िल्म)|आहिस्ता आहिस्ता]] || ||
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परवीन बॉबी के दरवाजे पर तीन दिन के दूध व अखबार पड़े देख उनकी आवासीय सोसायटी के सचिव ने पुलिस को सूचित किया। जिसके बाद पुलिस द्वारा 22 जनवरी 2005 को मुंबई के अपने अपार्टमेंट में उनके मृत पाने की सूचना पूरे भारत को मिली थी।
 
परवीन ने जीवन के अंतिम काल में ईसाई धर्म अपना लिया था, यह बात उन्होंने एक साक्षात्कार में कही थी. उन्होंने यह इच्छा भी व्यक्त की थी कि उन्हें ईसाई धर्मानुसार दफनाया जाय. लेकिन उनकी मृत्य के बाद उनके मुस्लिम रिश्तेदारों ने उनके शव को अपने कब्जे में ले लिया और उनकी माता की कब्र के पास ही उन्हें मुस्लिम रीती-रिवाज से शांताक्रुज में दफनाया.
 
== शीर्षक ==