"अब्दुल हमीद द्वितीय": अवतरणों में अंतर

No edit summary
No edit summary
पंक्ति 33:
}}
 
'''अबुल हमीद द्वितीय''' ({{lang-ota|عبد الحميد ثانی}}, ''`Abdü’l-Ḥamīd-i <u>s</u>ânî''; {{lang-tr|İkinci Abdülhamit}}; 21 सितम्बर 1842 - 10 फ़रवरी 1918) [[उस्मानी साम्राज्य]] के 34वें सुल्तान और आख़िरी शासक थे जिन्होंने बिगड़ती जा रही उस्मानी हुकूमत पर प्रभावी नियंत्रण रखा।<ref>Overy, Richard pp. 252, 253 (2010)</ref> उनके दौर में उस्मानिया का पतन किया जा रहा था, ख़ासकर बालकन[[बाल्कन|बालक़न]] के इलाक़ों में; [[रूसी साम्राज्य|रूस]] के साथ भी एक असफल युद्ध हुआ था। उन्होंने 31 आगस्त 1876 से 27 अप्रैल 1909 तक शासन किया, जब तक [[युवा तुर्क आन्दोलन|जवान तुर्क आंदोलन]] ने उनका तख़्त पलट कर दिया था। जवान उस्मानी आंलोलन की वजह से उन्होंने 1876 में प्रथम उस्मानी संविधान का प्रख्यापन किया।<ref name="britannica.com">{{cite web|title = Abdulhamid II {{!}} biography - Ottoman sultan|url = http://www.britannica.com/biography/Abdulhamid-II|accessdate = 2015-09-29}}</ref> यह उनके शुरूआती दौर में प्रगतिशील चिंतन की निशानी थी। लेकिन बाद में उस्मानी मामलों में पश्चिमी शक्तियों की दख़लअंदाज़ी को देखकर, उन्होंने 1878 में दोनों संसद और संविधान का विघटन किया।<ref name="britannica.com"/>
 
उनके दौर में उस्मानी साम्राज्य का आधुनिकीकरण हुआ था। रुमेलिया रेलवे और अनातोलिया रेलवे का विस्तार हुआ था और बग़दाद और हिजाज़ रेलवे का निर्माण किया गया था। आबादी पंजीकरण के लिए एक प्रणाली की स्थापना की गई थी और साथ ही साथ 1898 में प्रथम आधुनिक क़ानून विद्यालय की शुरूआत हुई। सबसे महत्वपूर्ण यह था कि बहुत सारे पेशेवर विद्यालय स्थापित हुए - जैसे कि क़ानून विद्यालय, कला विद्यालय, व्यापार विद्यालय, सिविल इंजीनियरिंग विद्यालय, पशुचिकित्सा विद्यालय, खेतीबाड़ी विद्यालय, भाषा विगज्ञान विद्यालय, इत्यादि। इस्तांबुल विश्वविद्यालय अब्दुल हमीद द्वारा 1881 में बंद किये जाने के बावजूद, फिर से 1900 में खोला गया और पूरे साम्राज्य में माध्यमिक, प्राथमिक, और सैन्य पाठशालाओं की स्थापना हुई।<ref name="britannica.com"/> रेलवे और टेलीग्राफ़ प्रणालियाँ आम तौर पर जर्मन कंपनियों द्वारा विकसित हुए थे। उनके दौर में उस्मानी साम्राज्य दिवालिया हो गया और 1881 में उस्मानी लोक ऋण प्रशासन की स्थापना हुई।