"हाईपोथर्मिया": अवतरणों में अंतर

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Caption = |
DiseasesDB = 6542 |
ICD10 = {{ICD10|T|68||t|66}} |
ICD9 = {{ICD9|991.6}} |
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अध्ययनों एंव आंकड़ों के अनुसार हाइपोथर्मिया से होने वाली करीब ५० प्रतिशत मृत्यु ६४ वर्ष या उससे अधिक उम्र के लोगों में होती हैं।<ref name="महामेधा"/> वृद्धों को कम उम्र के लोगों की तुलना में हाइपोथर्मियासे पीड़ित होने की आशंका सबसे अधिक होती है<ref name="रांची"/> क्योंकि ठंड से बचाव की शरीर की प्रणाली उम्र बढने के साथ कमजोर होती जाती है। इसके अलावा उम्र बढने के साथ सबक्युटेनियस वसा में कमी आ जाती है और ठंड को महसूस करने की क्षमता भी घट जाती है।
[[चित्र:1911 Animal heat.png|thumb|350px|right||मानव शरीर के तापमान में डायुर्नल अंतर, ([[ब्रिटैनिका विश्वकोष]] [[:en:Encyclopædia Britannica Eleventh Edition|''एकादशवें संस्करण'']] से) इसका रेंज लगभग {{val|37.5|u=°C}} प्रातः १० बजे से सांय ६ बजे तक और गिरते हुए लगभग {{val|36.4|u=°C}} प्रातः २ बजे से प्रातः ६ बजे तक।]] इसके अलावा शरीर की ताप नियंत्रण प्रणाली भी कमजोर पड़ जाती है। ठंड के संपर्क में लंबे समय तक रहने पर कम ठंड रहने पर भी हाइपोथर्मिया उत्पन्न हो सकती है। हाइपोथर्मिया के कारण मरने वालों में अधिकतर लोग मानसिक रोगी, दुर्घटना में घायल लोग, मधुमेह, हाइपोथायराइड, ब्रोंकोनिमोनिया और [[हृदय रोग|हृदय रोगी]] तथा मदिरा का अधिक सेवन करने वाले होते हैं।
 
इसको रोग को चार विभिन्न श्रेणियों में बांटा जाता है।