"पाषाण युग": अवतरणों में अंतर
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{{स्रोतहीन|date=अक्टूबर 2015}}
{{साँचा:भारतीय इतिहास}}
Courtesy :-अनिल बेनीवाल सांचौर।
'''पाषाण युग''' [[इतिहास]] का वह काल है जब मानव का जीवन पत्थरों (संस्कृत - पाषाणः) पर अत्यधिक आश्रित था। उदाहरणार्थ पत्थरों से शिकार करना, पत्थरों की गुफाओं में शरण लेना, पत्थरों से [[आग]] पैदा करना इत्यादि। इसके तीन चरण माने जाते हैं, पुरापाषाण काल, मध्यपाषाण काल एवं नवपाषाण काल जो मानव इतिहास के आरम्भ (२५ लाख साल पूर्व) से लेकर काँस्य युग तक फैला हुआ है। [[चित्र:Bhimbetka rock paintng1.jpg|thumb|left|भीमबेटका स्थित पाषाण कालीन शैल चित्र]]
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