"ताड़का": अवतरणों में अंतर

छो 2405:205:3099:71A5:E9F1:A2F1:381B:6D39 (Talk) के संपादनों को हटाकर संजीव कुमार के आखिरी अवतरण को पूर्ववत किया
टैग: वापस लिया
No edit summary
टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
पंक्ति 8:
== बदला और मृत्यु ==
अपने पति की मृत्यु और पुत्र की दुर्गति का बदला लेने के लिये ताड़का अगस्त्य ऋषि पर झपटी। परिणामस्वरूप ऋषि अगस्त्य ने शाप दे कर ताड़का की सुन्दरता को नष्ट कर दिया और वह अत्यंत कुरूप हो गई। अपनी कुरूपता को देखकर और अपने पति की मृत्यु का बदला लेने के लिये ताड़का ने अगस्त्य मुनि के आश्रम को नष्ट करने का संकल्प किया। इसलिये ऋषि [[विश्‍वामित्र]] ने ताड़का का वध राम के हाथों करवा दिया।
 
== बाहरी कड़ियाँ ==
[http://valmikiramayan.agoodplace4all.com/vrbk3.php ताड़का वध]
 
{{श्री राम चरित मानस}}
 
[[श्रेणी:पौराणिक/साहित्यिक चरित्र]]
[[श्रेणी:रामायण के पात्र]]