"वाल्मीकि": अवतरणों में अंतर

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तथा जब "[[राम]]" ने अपनी पत्नी [[सीता]] का परित्याग कर दिया तब भगवान वाल्मीक ने ही सीता को आसरा दिया था।
 
उपरोक्त उद्धरणों से सिद्ध है कि भगवान वाल्मीकि को "राम" के जीवन में घटित प्रत्येक घटनाओं का पूर्णरूपेण ज्ञान था। उन्होने विष्णु को दिये श्राप को आधार मान कर अपने महाकाव्य "रामायण" की रचना की।वाल्मीकि की rachnaye बतायिएकी।
 
== जीवन परिचय ==