"मथुरा": अवतरणों में अंतर
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[[वाल्मीकि रामायण]] में मथुरा को मधुपुर या मधुदानव का नगर कहा गया है तथा यहाँ [[लवणासुर]] की राजधानी बताई गई है-[46] इस नगरी को इस प्रसंग में मधुदैत्य द्वारा बसाई, बताया गया है। लवणासुर, जिसको शत्रुघ्न ने युद्ध में हराकर मारा था इसी मधुदानव का पुत्र था।[47] इससे मधुपुरी या मथुरा का रामायण-काल में बसाया जाना सूचित होता है। रामायण में इस नगरी की समृद्धि का वर्णन है।[48] इस नगरी को लवणासुर ने भी सजाया संवारा था। [49]दानव, दैत्य, राक्षस आदि जैसे संबोधन विभिन्न काल में अनेक अर्थों में प्रयुक्त हुए हैं, कभी जाति या क़बीले के लिए, कभी आर्य अनार्य सन्दर्भ में तो कभी दुष्ट प्रकृति के व्यक्तियों के लिए। प्राचीनकाल से अब तक इस नगर का अस्तित्व अखण्डित रूप से चला आ रहा है।
== श्री कृष्ण के प्यारो की नगरी ==
मथुरा श्री कृष्णा जी की जन्म भूमि है। जहा श्री कृष्णा जी का जन्म हुआ और ये एक तीर्थ स्थान है। मथुरा(mathura) का हर एक कण कण खास है जहाँ श्री कृष्णा जी की हर एक छवियों का स्वरुप आपको देखने क लिए मिलेगा। पर्यटक का भी ये आकर्षण का केंद्र है. मथुरा भगवान श्री कृष्ण का निवासस्थान है और हिन्दू समाज में इसका बड़ा धार्मिक महत्त्व रखता है। यहाँ का इतिहास बहुत ही पुराना है। यहाँ तक कि महाग्रंथ रामायण में भी मथुरा का उल्लेख मिलता है।
== शहर ==
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* [http://www.jagranyatra.com मथुरा: जागरण यात्रा के संग ]
* [http://hi.brajdiscovery.org ब्रज डिस्कवरी]
* [https://www.hamarivirasat.com/listing/mathura/ मथुरा:मथुरा क्यों है इतना खास है ? ]
{{हिन्दू तीर्थ}}
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