"राजाराज चोल १": अवतरणों में अंतर

No edit summary
टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
छो 61.0.80.162 (Talk) के संपादनों को हटाकर ArmouredCyborg के आखिरी अवतरण को पूर्ववत किया
टैग: वापस लिया
पंक्ति 22:
चोल वंश का दूसरा महान शासक कोतूतुङ त्रितीय था
 
नौवी शदी मै च्होलऔ का उदय हुआ। इनका राज्य तुन्ग्भद्रा तक फैला हुआ था। च्होल राजाओ ने शक्तिशली नौसैना का विकास किया। इस वंश की स्थापना विजयालय ने की। राजराज चोल ने शशिपादशेखर की उपाधि धारण की थी। उन्होंने समुद्री सेना का जीर्णोद्धार करवाया । और सिकंदर को हराया ।
 
{{आधार}}