"पृथ्वी का वायुमण्डल": अवतरणों में अंतर

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=== समतापमण्डल ===
{{मुख्य|समतापमण्डल}}
* '''[[ओजोन]] मण्डल''' समतापमंडल 20 से 50 किलोमीटर तक विस्तृत है। (समतापमंडल में लगभग 30 से 60 किलोमीटर तक ओजोन गैस पाया जाता है जिसे ओजोन परत कहा जाता है साथ ही इसे समतापी ओजोन भी कहते है) इस मण्डल में तापमान स्थिर रहता है तथा इसके बाद ऊंचाई के साथ बढ़ता जाता है। समताप मण्डल बादल तथा मौसम संबंधी घटनाओं से मुक्त रहता है। इस मण्डल के निचले भाग में जेट वायुयान के उड़ान भरने के लिए आदर्श दशाएं हैं। इसकी ऊपरी सीमा को 'स्ट्रैटोपाज' कहते हैं। इस मण्डल के निचले भाग में ओज़ोन गैस बहुतायात में पायी जाती है। इस ओज़ोन बहुल मण्डल को ओज़ोन मण्डल कहते हैं। ओज़ोन गैस सौर्यिक विकिरण की हानिकारक पराबैंगनी किरणों को सोख लेती है और उन्हें भूतल तक नहीं पहुंचने देती है तथा पृथ्वी को अधिक गर्म होने से बचाती हैं।यहाँ से ऊपर जाने पर तापमान में बढोतरी होती है रेफ्रिजरेट ,येसी, हवोई जहाज़ आदि में उपियोग किये जाने वाले येरोसोल सी एफ सी इस ओजोन परत को पतला कर देते हैं और इस पतली परत को ओजोन छिद्र भी कहते है इसी कारण u v किरणे प्रथ्वी पर सीधी आती है ओजोन परत को नष्ट करने वाले कारकों में c f c (१४%)N O ३(३.५%) तथा c h ४ तथा हेलोजन प्रमुख हैं
 
=== मध्यमण्डल===
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=== तापमण्डल ===
 
इस मण्डल में ऊंचाई के साथ ताप में तेजी से वृद्धि होती है। इसकी धरती सतह से २०० किलोमीटर की ऊंचाई पर होता है और इस मंडल का तापमान १०००° सेल्सियस तक होता है तापमण्डल को पुनः दो उपमण्डलों 'आयन मण्डल' तथा 'आयतन मण्डल' में विभाजित किया गया है। आयन मण्डल, तापमण्डल का निचला भाग है जिसमें विद्युत आवेशित कण होते हैं जिन्हें आयन कहते हैं। ये कण रेडियो तरंगों को भूपृष्ठ पर परावर्तित करते हैं और बेतार संचार को संभव बनाते हैं। तापमण्डल के ऊपरी भाग आयतन मण्डल की कोई सुस्पष्ट ऊपरी सीमा नहीं है। इसके बाद अन्तरिक्ष का विस्तार है। यह बहुत ही महत्वपूर्ण परत है।
 
=== आयनमण्डल ===
संचार उपग्रह इसी मंडल में इस्तापित किए जाते है रेडियो और संचार साधन जैसे टेलिविन टेलीफोन की सुविधा दीर्घ एवम् अल्प रेडियो तरंगों इसी मंडल से परपट होती है इस मंडल में सबसे निचली परत d लयेर है जो दीर्घ रेडियो तरगो को अवशोषित करती है एवम् E1 E2 F1 F2 layer से अप्ल रेडियो तरंगों परिवर्तित होती है जिसके फलस्वरूप पर्तवी पर रेडियो टी वी आदि की सुविधा प्राप्त होती है {{मुख्य|आयनमण्डल}}यह परत 80 से 500 किलोमीटर की ऊंचाई तक विस्तृत है। अायन मंडल की निचली सिमा में ताप प्रायः कम होता है जो ऊंचाई के साथ बढ़ते जाता है जो 250km में 700c हो जाता है। इस मंडल में सुऱय के अत्यधिक ताप के कारण गैसें अपने आयनों में टुट जाते हैं।
 
=== बाह्यमण्डल ===