"श्लेष अलंकार": अवतरणों में अंतर
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पंक्ति 2:
'''चरण धरत चिंता करत, चितवत चारहु ओर|
यहाँ सुबरन का प्रयोग एक बार किया गया है, किन्तु पंक्ति में प्रयुक्त '''सुबरन''' शब्द के तीन अर्थ हैं -
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