"हिंदी की विभिन्न बोलियाँ और उनका साहित्य": अवतरणों में अंतर

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हिन्दी भाषा का भौगोलिक विस्तार काफी दूर–दूर तक है जिसे तीन क्षेत्रों में विभक्त किया जा सकता है:-
 
* (क) '''हिन्दी क्षेत्र''' – हिन्दी क्षेत्र में हिन्दी की मुख्यत: सत्रह बोलियाँ बोली जाती हैं, जिन्हें पाँच बोली वर्गों में इस प्रकार विभक्त कर के रखा जा सकता है- [[पश्चिमी हिन्दी]], पूर्वी हिन्दी, [[राजस्थानी]] हिन्दी, पहाडी हिन्दी और बिहारी हिन्दी।
 
* (ख) '''अन्य भाषा क्षेत्र'''– इनमें प्रमुख बोलियाँ इस प्रकार हैं- [[दक्खिनी हिन्दी]] (गुलबर्गी, बीदरी, बीजापुरी तथा हैदराबादी आदि), बम्बइया हिन्दी, कलकतिया हिन्दी तथा शिलंगी हिन्दी (बाजार-हिन्दी) आदि।