"परिभाषा": अवतरणों में अंतर

छो 42.111.26.119 (Talk) के संपादनों को हटाकर अजीत कुमार तिवारी के आखिरी अवतरण को पूर्ववत किया
टैग: वापस लिया
No edit summary
टैग: यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
पंक्ति 7:
* '''अतिव्याप्ति''' - यह किसी [[लक्षण]] या [[परिभाषा]] का दोष है जिसके रहने पर वह लक्षण या परिभाषा जितने पर लागु होनी चाहिए वह उनसे अधिक पर लागू होती है। अर्थात ऐसी परिभाषा जिसकी व्याप्ति में अति हो। उदाहरण के लिए पुस्तक की यह परिभाषा कि जिसे [[पढ़ा]] जाय वह पुस्तक है। क्योंकि पढ़ा तो किसी अख़बार को भी जाता है लेकिन अख़बार तो पुस्तक नही होता है।
निष्कर्ष यह है कि परिभाषा ऐसी होनी चाहिए जो अव्याप्ति और अतिव्याप्ति दोषों से मुक्त हो। अर्थात, संदर्भित विषय या वस्तु के वाच्यार्थ का ऐसा लक्षण बतला सके जो प्रत्येक प्रसंग के लिये तो उपयुक्त हो किन्तु, उस विषय या वस्तु के सिवाय किसी अन्य वस्तु के लिये उपयुक्त न हो।
 
भाषा और परिभाषा दो भिन्न शब्द हैं। किसी वस्तु विशेष के बारे में वर्णन करना भाषा का पर्याय है।जबकि परिभाषा किसी विशेष वस्तु के विषय में सारांश के मूल का वर्णन परिभाषा से तात्पर्य है।
 
{{आधार}}
== सन्दर्भ ==
{{टिप्पणीसूची}}
==इन्हें भी देखें==