"कालाराम मन्दिर": अवतरणों में अंतर

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==इतिहास==
[[File:Rama, Lakshman and Sita at the Kalaram Temple, Nashik..jpg|left|200px|thumb| [[नासिक]]स्थित कालाराम मंदिर का गर्भगृह]]
पेशवा के सरदार रंगराव ओढ़ेकर द्वारा यह मंदिर १७८२ में नागर शैली में निर्मित कराया गया था, जो लगभग १७८८ ईस्वी में बनकर तैयार हुआ था। मंदिर में विराजित [[राम]] की मूर्ति काले पाषाण से बनी हुई है, इसलिए इसे 'कालाराम' कहा जाता है।<ref>{{cite book|title=Faiths Across Time: 5,000 Years of Religious History ,5,000 Years of Religious History|trans-title=समय के पार: धार्मिक इतिहास के 5000 साल|url=http://books.google.com/books?id=bI9_AwAAQBAJ&pg=PA1355|accessdate=12 अगस्त 2016| language =अँग्रेजी en}}</ref>यह मंदिर 74 मीटर लंबा और 32 मीटर चौड़ा है। मंदिर की चारों दिशाओं में चार दरवाजे हैं। इस मंदिर के कलश तक की ऊँचाई 69 फीट है तथा कलश 32 टन शुद्ध सोने से निर्मित किया हुआ है। पूर्व महाद्वार से प्रवेश करने पर भव्य सभामंडप नजर आता है, जिसकी ऊँचाई 12 फीट होने के साथ यहाँ चालीस खंभे है। यहाँ विराजमान [[हनुमान]] मंदिर में वे अपने आराध्य [[राम]] के चरणों की ओर देखते हुए प्रतीत होते हैं। कहा जाता है कि ये मंदिर पर्णकुटी के स्थान पर बनाया गया है, जहाँ पूर्व में नाथपंथी साधु निवास करते थे। एक दिन साधुओं को अरुणा-वरुणा नदियों पर राम की मूर्ति प्राप्त हुई और उन्होंने इसे लकड़ी के मंदिर में विराजित किया था। तत्पश्चात माधवराव पेशवा की मातोश्री गोपिकाबाई की सूचना पर इस मंदिर का निर्माण करवाया गया। उस काल के दौरान मंदिर निर्माण में 23 लाख का खर्च अनुमानित बताया जाता है।<ref>[http://hindi.webdunia.com/religious-journey-articles/%E0%A4%A8%E0%A4%BE%E0%A4%B8%E0%A4%BF%E0%A4%95-%E0%A4%95%E0%A4%BE-%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%B2%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%AE-%E0%A4%AE%E0%A4%82%E0%A4%A6%E0%A4%BF%E0%A4%B0-108101100070_1.htm नासिक का कालाराम मंदिर]</ref>
==घटना==
[[भारत]] के [[दलित आंदोलन]] में इस मंदिर की निर्णायक भूमिका रही है। [[2 मार्च]] [[1930]] को मंदिर के बाहर डॉ॰ [[भीमराव अम्बेडकर]] के नेतृत्व में [[कालाराम मन्दिर सत्याग्रह]] किया गया, जिसके परिणामस्वरूप दलितों को मंदिर में प्रवेश की इजाजत मिली।<ref name="Kshīrasāgara1994">{{cite book|author=रामचन्द्र क्षीरसागर|title=Dalit Movement in India and Its Leaders, 1857-1956|trans-title=भारत में दलित आंदोलन और इसके नेतागण, 1857-1956|url=http://books.google.com/books?id=Wx218EFVU8MC&pg=PA123|date=1 जनवरी 1994|publisher=एम डी पब्लिकेशन प्राइवेट लिमिटेड|isbn=978-81-85880-43-3|pages=123–| language =अँग्रेजी en}}</ref><ref name="Jadhav2005">{{cite book|author=के एन जाधव|title=Dr. Ambedkar and the Significance of His Movement|trans-title=डॉ अम्बेडकर और उनके आंदोलन का महत्व|url=http://books.google.com/books?id=9o3rZNud9oIC&pg=PA93|date=1 जनवरी 2005|publisher=पोपुलर प्रकाशन |isbn=978-81-7154-329-8|pages=93–| language =अँग्रेजी en}}</ref>
 
==परिवहन==