"कुरु": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
छो अजीत कुमार तिवारी (Talk) के संपादनों को हटाकर शशांक त्रिवेदी के आखिरी अवतरण को पूर्ववत किया टैग: वापस लिया |
|||
पंक्ति 1:
श्रीमद्भागवत एवं विष्णु पुराण के अनुसार ब्रह्मा जी की वंशावली के राजा अजमीढ़ की पीढ़ी में कुरु राजा के नाम से सम्पूर्ण कुरुक्षेत्र जाना जाता है। कुरु एक अत्यंत प्रतापी राजा हुए हैं जो [[महाभारत]] में कौरवों के पितामह थे, उन्ही के नाम से [[कुरु]] प्राचीन भारत के 16 [[महाजनपद|महाजनपदों]] में से एक था। इसका क्षेत्र आधुनिक [[हरियाणा]] ([[कुरुक्षेत्र]]) के ईर्द-गिर्द था। इसकी राजधानी संभवतः हस्तिनापुर या इंद्रप्रस्थ थी। कुरु के राज्य का विस्तार कहाँ तक रहा होगा ये भारतियों के लिए खोज का विषय है किन्तु विश्व इतिहास में
== सन्दर्भ ==
|