"कर्नाटक": अवतरणों में अंतर

[पुनरीक्षित अवतरण][अनिरीक्षित अवतरण]
टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
छो clean up, replaced: |coauthors= → |author2=, | coauthors= → |author2= (2) AWB के साथ
पंक्ति 47:
 
[[चित्र:vishnu file.jpg|thumb|230px|right|बादामी गुहा के भीतर]]
१५६५ में समस्त [[दक्षिण भारत]] सहित कर्नाटक ने एक बड़ा राजनैतिक बदलाव देख, जिसमें विजयनगर साम्राज्य [[तालिकोट का युद्ध|तालिकोट के युद्ध]] में हार के बाद इस्लामी सल्तनतों के अधीन हो गया।<ref name="bin">कामत (२००१), पृ.१९०-१९१।</ref> [[बीदर]] के [[बहमनी सुल्तान]] की मृत्यु उपरांत उदय हुए [[बीजापुर सल्तनत]] ने जल्दी ही दक्खिन पर अधिकार कर लिया और [[१७वीं शताब्दी]] के अंत में [[मुगल साम्राज्य]] से मात होने तक बनाये रखा।<ref name="conf">कामत (२००१), पृ.२०१</ref><ref name="erst">कामत (२००१), पृ. २०२</ref> [[बहमनी]] और [[बीजापुर]] के शसकों ने [[उर्दू साहित्य|उर्दू]] एवं [[फारसी साहित्य]] तथा भारतीय पुनरोद्धार स्थापत्यकला (इण्डो-सैरेसिनिक) को बढ़ावा दिया। इस शैली का प्रधान उदाहरण है [[गोल गुम्बज]]<ref name="gol">कामत (२००१), पृ.२०७.</ref> पुर्तगाली शासन द्वारा भारी कर वसूली, खाद्य आपूर्ति में कमी एवं महामारियों के कारण [[१६वीं शताब्दी]] में [[कोंकणी]] [[हिन्दू]] मुख्यतः सैल्सेट, [[गोआ]] से विस्थापित होकर]],<ref name="konk">{{cite book|last= जैन|first=धनेश|coauthorsauthor2=कार्डोना, जॉर्ज|title= द इण्डो-आर्यन लैंग्वेजेज़|editor= जैन, धनेश; कार्डोना, जॉर्ज|publisher= राउटलेज|year=२००३|series=राउटलेज लैंग्वेज फ़ैमिली सीरीज़|volume=२|page=[http://books.google.com/books?id=jPR2OlbTbdkC&pg=PA757#v=onepage&q=&f=false 757]|isbn=0700711309|url=http://books.google.com/?id=jPR2OlbTbdkC&lpg=PP1&pg=PP1#v=onepage&q=}}</ref> कर्नाटक में आये और १७वीं तथा १८वीं शताब्दियों में विशेषतः बारदेज़, गोआ से विस्थापित होकर मंगलौरियाई कैथोलिक ईसाई [[दक्षिण कन्नड़]] आकर बस गये।<ref>{{cite book|last=पिंटो|first= पाइयुस फ़िडलिस|publisher= समन्वय प्रकाशन|location= मंगलौर|year= १९९९|title= हिन्स्ट्री ऑफ क्रिश्चियन्स इन कोस्टल कर्नाटक, १५००-१७६३ ए.डी|page= १२४}}</ref>
 
== भूगोल ==
पंक्ति 98:
राज्य की न्यायपालिका में सर्वोच्च पीठ कर्नाटक उच्च न्यायालय है, जिसे स्थानीय लोग "अट्टार कचेरी" बुलाते हैं। ये राजधानी [[बंगलुरु]] में स्थित है। इसके अधीन जिला और सत्र न्यायालय प्रत्येक जिले में तथा निम्न स्तरीय न्यायालय ताल्लुकों में कार्यरत हैं।
 
[[:Image:Karnataka emblem.png|कर्नाटक राज के आधिकारिक चिह्न]] में [[गंडबेरुण्ड|''गंद बेरुंड'']] बीच में बना है। इसके ऊपर घेरे हुए चार सिंह चारों दिशाओं में देख रहे हैं। इसे [[सारनाथ]] में [[अशोक स्तंभ]] से लिया गया है। इस चिह्न में दो शरभ हैं, जिनके [[हाथी]] के सिर और [[सिंह]] के धड़ हैं। कर्नाटक की राजनीति में मुख्यतः तीन राजनैतिक पार्टियों: [[भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस]], [[भारतीय जनता पार्टी]] और [[जनता दल]] का ही वर्चस्व रहता है।<ref name="politics">{{cite web|url=http://www.ourkarnataka.com/Articles/starofmysore/karnatakapolitics1.htm|title=कर्नाटक पॉलिटिक्स – सस्पेन्स टिल २७ जनवरी |work= OurKarnataka.com|publisher=OurKarnataka.Com,Inc.|accessdate=४ जून २००७}}</ref> कर्नाटक के राजनीतिज्ञों ने भारत की [[भारत सरकार|संघीय सरकार]] में [[भारत के प्रधानमंत्री|प्रधानमंत्री]] तथा [[भारत के उपराष्ट्रपति|उपराष्ट्रपति]] जैसे उच्च पदों की भी शोभा बढ़ायी है। वर्तमान [[संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन]] ([[यू.पी.ए]] सरकार में भी तीन [[पंद्रहवीं लोकसभा का मंत्रीमंडल|कैबिनेट स्तरीय मंत्री]] कर्नाटक से हैं। इनमें से उल्लेखनीय हैं पूर्व मुख्यमंत्री एवं वर्तमान [[क़ानून एवं न्याय मंत्रालय, भारत सरकार|क़ानून एवं न्याय मंत्रालय]] – [[वीरप्पा मोइली]] हैं। राज्य के [[कासरगोड जिला|कासरगोड]]<ref name="kasaragod-dispute">{{cite news | first= | last= | coauthorsauthor2= | title= 'गवर्न्मेंट नॉट कीन ऑन सॉल्विंग कसरगोड डिस्प्यूट' | date=२४ अक्टूबर २००५ | publisher=द हिन्दू| url =http://www.hindu.com/2005/10/24/stories/2005102417830300.htm | work = | pages = | language = अंग्रेज़ी}}</ref> और [[शोलापुर]]<ref name="sholapur-dispute">{{cite news | first= | last= | coauthorsauthor2= | title= बॉर्डर रो: गवर्न्मेन्ट टोल्ड टू फ़ाइण्ड पर्मानेन्ट सॉल्यूशन | date=२९ सितंबर २००६ | publisher=द हिन्दू| url =http://www.hindu.com/2006/09/29/stories/2006092902300300.htm | work = | pages = | language = अंग्रेज़ी}}</ref> जिलों पर तथा [[महाराष्ट्र]] के [[:en:Belgaum border dispute|बेलगाम पर दावे]] के विवाद राज्यों के पुनर्संगठन काल से ही चले आ रहे हैं।<ref name="belgaummajority1">{{cite news|author =|title = बॉर्डर डिस्प्यूट सॉल्व्स एन.सी.पी द ब्लशेज़ |url = http://timesofindia.indiatimes.com/articleshow/2030188.cms|publisher = द टाइम्स ऑफ इण्डिया|date = २६ सितंबर २००६}}</ref>
 
== अर्थव्यवस्था ==