"प्रकाश": अवतरणों में अंतर

टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
1.प्रकाश सीधी रेखा में चलता है *2.प्रकाश निर्वात में भी चल सकता है *3.प्रकाश में परावर्तन भी होता है *4.प्रकाश में अपवर्तन होता है *5.प्रकाश में वर्ण-विक्षेपण होता है *6.प्रकाश में व्यतिकरण होता है *7.प्रकाश में ध्रुवण होता है *8.प्रकाश पदार्थ से इलेक्ट्रोन उत्सर्जित कर सकता है *9.प्रकाश का विवर्तन होता है *10.प्रकाश के प्रकीर्णन होता
टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
पंक्ति 1:
[[चित्र:Cloud in the sunlight.jpg|thumb|250px|सूर्य के प्रकाश से प्रकाशित एक मेघ]]
'''प्रकाश''' एक [[विद्युतचुम्बकीय विकिरण]] है, जिसकी [[तरंगदैर्ध्य]] दृश्य सीमा के भीतर होती है। तकनीकी या वैज्ञानिक संदर्भ में किसी भी तरंगदैर्घ्य के विकिरण को प्रकाश कहते हैं। प्रकाश एक प्रकार की ऊर्जा है जो विधुत चुम्बकीय तरंगों के रूप में संचरित होती है जैसे-मोमबती, बिजली का बल्ब, लालटेन आदि
प्रकाश के संबंध में अनेक तथ्य ज्ञात हैं जो इस प्रकार है
*1.प्रकाश सीधी रेखा में चलता है
*2.प्रकाश निर्वात में भी चल सकता है
*3.प्रकाश में परावर्तन भी होता है
*4.प्रकाश में अपवर्तन होता है
*5.प्रकाश में वर्ण-विक्षेपण होता है
*6.प्रकाश में व्यतिकरण होता है
*7.प्रकाश में ध्रुवण होता है
*8.प्रकाश पदार्थ से इलेक्ट्रोन उत्सर्जित कर सकता है
*9.प्रकाश का विवर्तन होता है
*10.प्रकाश के प्रकीर्णन होता है
प्रकाश का मूल कण [[फ़ोटान]] होता है। प्रकाश की तीन प्रमुख विमायें निम्नवत है।
* तीव्रता जो प्रकाश की चमक से सम्बन्धित है
* आवृत्ति या तरंग्दैर्घ्य जो प्रकाश का रंग निर्धारित करती है।है।है
* ध्रुवीकरण (कम्पन का कोण) जिसे सामान्य परिस्थितियों में मानव नेत्र से अनुभव करना कठिन है। पदार्थ की तरंग-द्रव्य द्विकता के कारण प्रकाश एक ही साथ तरंग और द्रव्य दोनों के गुण प्रदर्शित करता है। प्रकाश की यथार्थ प्रकृति भौतिकविज्ञान के प्रमुख प्रश्नों में से एक है।