"क्यूबाई मिसाइल संकट": अवतरणों में अंतर

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अप्रैल, 1961 में बे ऑफ़ पिग्स के विफल आक्रमण से संयुक्त राज्य अमेरिका को सार्वजनिक रूप से शर्मिंदा होना पड़ा था, जो राष्ट्रपति [[जाह्न केनेडी|जॉन एफ कैनेडी]] के मातहत [[सी आइ ए|सीआईए]] (CIA) द्वारा प्रायोजित शक्तियों द्वारा किया गया था। उसके बाद पूर्व [[ड्वैट ऐज़नहौवर|राष्ट्रपति आइजनहावर]] ने कैनेडी से कहा कि "बे ऑफ़ पिग्स की विफलता सोवियत संघ को ऐसा कुछ करने के लिए प्रोत्साहित करेगी जो वे अन्यथा नहीं करते."<ref name="Absher">{{cite journal |title=Mind-Sets and Missiles: A First Hand Account of the Cuban Missile Crisis |first=Kenneth Michael |last=Absher |publisher=Strategic Studies Institute, United States Army War College |year=2009 |url=http://www.strategicstudiesinstitute.army.mil/pubs/display.cfm?pubID=935}}</ref>{{rp|10}} अधूरे मन से किये आक्रमण से सोवियत प्रमुख निकिता ख्रुश्चेव और उनके सलाहकारों की धारणा बनी कि कैनेडी निर्णय लेने में ढुलमुल हैं और एक सोवियत सलाहकार ने लिखा, "अल्पायु, बौद्धिक, संकट कालीन परिस्थितियों में निर्णय लेने में पूरी तरह सक्षम नहीं ... बहुत अधिक बौद्धिक और बहुत अधिक कमजोर."<ref name="Absher" /> विफल ऑपरेशन मोंगूज के साथ यू॰एस॰ (U.S.) की गुप्त सामरिक गतिविधि 1961 में जारी रही। <ref name="chronology">{{cite book |archivedate=November 16, 2007 | archiveurl = http://web.archive.org/web/20071116163309/http://ourworld.compuserve.com/homepages/jbfranklins/Cuba.htm | title = The Cuban Missile Crisis - An In-Depth Chronology | first = Jane | last = Franklin|url=http://ourworld.compuserve.com/homepages/jbfranklins/Cuba.htm}}</ref> सार्वजनिक रूप से, फरवरी 1962 को, संयुक्त राज्य अमेरिका ने क्यूबा के विरुद्ध आर्थिक नाकाबंदी की शुरुआत की। <ref>{{cite web | url = http://www.presidency.ucsb.edu/ws/index.php?pid=58824 | title = Proclamation 3447—Embargo on all trade with Cuba |author=[[John F. Kennedy]]| work= The American Presidency Project |location=Santa Barbara, California }}</ref>
 
संयुक्त राज्य अमेरिका ने फिर से गुप्त कार्रवाई पर विचार किया और अपने विशेष गतिविधि डिवीजन के सीआईए (CIA) अर्द्धसैनिक अधिकारियों को क्यूबा में प्रवेश कराया.<ref>{{cite book |title=Shadow Warrior: The CIA Hero of 100 Unknown Battles|last=Rodriguez |publisher=Simon & Schuster |date=Octoberअक्टूबर 1989 |isbn=9780671667214 |others= John Weisman}}</ref> वायुसेना जनरल कर्टिस लेमे ने सितंबर को आक्रमण-पूर्व बमबारी की एक योजना कैनेडी के समक्ष प्रस्तुत की, जबकि जासूसी उड़ानों और ग्वान्टोनामो नौसेना अड्डे पर अमेरिकी सेना द्वारा किये जा रहे छोटे-मोटे उत्पीड़न की क्यूबा की कूटनीतिक शिकायतें यू॰एस॰ (U.S.) सरकार से निरंतर की जा रही थी।
 
अगस्त 1962 को, संयुक्त राज्य अमेरिका को संदेह हुआ कि सोवियत संघ क्यूबा में मिसाइल सुविधाओं के निर्माण में लगा हुआ है। उसी महीने, इसकी खुफिया सेवाओं ने अपने जमीनी पर्यवेक्षकों द्वारा रूस-निर्मित मिग-21 (नाटो का दिया नाम ''फिशबेड'') लड़ाकू विमानों और Il-28 हल्के बमवर्षक विमानों के अड्डों की सूचना प्राप्त की। U-2 जासूसी विमानों ने आठ अलग-अलग स्थानों में जमीन से आकाश में मार करने वाली S-75 ड्विना (नाटो (NATO) का दिया नाम ''एसए-2'') (SA-2) मिसाइलों को पाया। 31 अगस्त को, सेनेटर केनेथ बी. कीटिंग ने सीनेट में कहा कि सोवियत संघ क्यूबा में संभवतः एक मिसाइल अड्डा बना रहा है; उन्हें शायद फ्लोरिडा<ref name="afmag">{{cite news|url=http://www.airforce-magazine.com/MagazineArchive/Pages/2005/August%202005/0805u2.aspx|title=Airpower and the Cuban Missile Crisis |last=Correll |first=John T. |date=Augustअगस्त 2005|work=Vol. 88, No. 8|publisher=AirForce-Magazine.com|accessdate=4 मई 2010}}</ref> में रह रहे क्यूबा के निर्वासितों से यह सूचना मिली थी।<ref name="franklin">{{cite web|url=http://andromeda.rutgers.edu/~hbf/missile.htm| title=The Cuban Missile Crisis: An In-Depth Chronology|last=Franklin |first=H. Bruce |accessdate=3 मई 2010}}</ref> सीआईए (CIA) निदेशक जॉन ए मैककोन कई रिपोर्टों से संदिग्ध हुए. 10 अगस्त को उन्होंने राष्ट्रपति कैनेडी को एक ज्ञापन भेजा, जिसमें उन्होंने अनुमान लगाया गया कि सोवियत संघ क्यूबा में प्राक्षेपिक मिसाइल लगाने की तैयारी में है।<ref name="afmag" />
 
== शक्ति संतुलन ==
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== मिसाइल प्रतिवेदित ==
 
इन मिसाइलों के जरिये सोवियत संघ ने वस्तुतः पूरे महाद्वीपीय संयुक्त राज्य अमेरिका को अपने प्रभावी निशाने पर ले लिया। चालीस लांचरों का आयोजित शस्त्रागार था। क्यूबा की आबादी ने तत्काल मिसाइलों के आगमन और तैनाती पर ध्यान दिया और सैकड़ों रिपोर्ट मियामी पहुंची. यू॰एस॰ (U.S.) खुफिया विभाग को असंख्य रिपोर्ट मिली, उनमें से अनेक संदेहास्पद प्रकार की थीं या हास्यास्पद थीं और उनमें से अधिकांश को रक्षात्मक मिसाइलें मानकर खारिज किया जा सकता था। केवल पांच रिपोर्टों ने विश्लेषकों को चिंतित किया। उन रिपोर्टों में रात के वक्त शहरों से बहुत लंबे कैनवास से ढंकी सिलिंडरनुमा वस्तुओं को बड़े ट्रकों के जरिये ले जाने के वर्णन थे, जिन्हें बिना मदद और युक्ति के शहरों में मोड़ा नहीं जा सकता था। रक्षात्मक मिसाइलें ऐसा कर सकती थीं। इन रिपोर्टों को संतोषजनक ढंग से खारिज नहीं किया जा सका। <ref name="GWUgraybeal">{{cite web| url = http://www.gwu.edu/~nsarchiv/coldwar/interviews/episode-21/graybeal3.html | publisher = [[George Washington University]], National Security Archive |work=Cold War Interviews | title = Interview with Sidney Graybeal - 29.1.98 | work=Episode 21 |date=Marchमार्च 14, 1999}}</ref>
 
=== यू-2 विमानों ने मिसाइलों को खोज निकाला ===
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=== राष्ट्रपति को सूचना ===
 
बुधवार, 17 अक्टूबर को, सीआईए के राष्ट्रीय फोटोग्राफिक खुफिया केंद्र ने यू-2 तस्वीरों की समीक्षा की और वस्तुओं की पहचान करके उनकी व्याख्या मध्यम दूरी की प्राक्षेपिक मिसाइलों के रूप में की। उस शाम, सीआईए ने विदेश विभाग को सूचित किया और रात 8.30 EST राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मैकजॉर्ज बंडी ने राष्ट्रपति को बताने के लिए सुबह तक इंतजार करना तय किया। रक्षा सचिव रॉबर्ट एस. मैकन्मारा को आधी रात में जानकारी दी गयी। गुरुवार की सुबह 8:30 ईएसटी (EST) बजे बंडी ने कैनेडी के साथ मुलाकात की और उन्हें यू-2 से ली गयी तस्वीरें दिखाया और उन तस्वीरों के बारे में सीआईए के विश्लेषण से अवगत कराया.<ref>{{cite web| url=http://www.loc.gov/exhibits/archives/colc.html |title=Revelations from the Russian Archives | publisher=Library of Congress |accessdate=20 अप्रैल 2010}}</ref> {{Failed verification|date=Julyजुलाई 2010}} शाम 6:30 EST कैनेडी ने राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के नौ सदस्यों और पांच अन्य प्रमुख सलाहकारों<ref>{{cite web |url=http://www.jfklibrary.org/jfkl/cmc/cmc_misc_transcripts.html |title=Cuban Missile Crisis: Miscellaneous Transcripts |accessdate=201-5-4|publisher-John F. Kennedy Museum and Presidential Library }}</ref> की एक बैठक बुलायी, राष्ट्रीय सुरक्षा कार्रवाई ज्ञापन 196 के 22 अक्टूबर के तथ्य के बाद उन्होंने औपचारिक रूप से एक समूह में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की कार्यकारी समिति के नाम घोषित किये। <ref>{{cite web| url=http://www.jfklibrary.org/jfkl/cmc/cmc_misc_transcripts.html |title=National Security Action Memorandum 196 |accessdate=2 मई 2010|publisher=JFK Presidential Library and Museum}}</ref>
 
=== प्रतिकिया पर विचार ===
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तब एक्सॉम (EXCOMM) ने शक्ति के सामरिक संतुलन, राजनीतिक और सैनिक दोनों पर पड़ने वाले प्रभाव पर चर्चा की। संयुक्त चीफ्स ऑफ स्टाफ का मानना था कि मिसाइलों से सैन्य संतुलन गंभीर रूप से बदल जाएगा, लेकिन रक्षा सचिव रॉबर्ट मैकन्मारा ने इससे असहमति जतायी. उन्हें यकीन था कि मिसाइलों से सामरिक संतुलन पर बिल्कुल कोई असर नहीं पड़नेवाला. उनका कहना था कि अतिरिक्त चालीस से समग्र सामरिक संतुलन पर कोई ख़ास फर्क नहीं पडेगा. यू॰एस॰ (U.S.) के पास पहले से ही लगभग 5,000 सामरिक स्फोटक शीर्ष (वारहेड्स) थे, जबकि सोवियत संघ के पास सिर्फ 300.<ref>{{cite book|first=Robert Evan |last=Ornstein |title=New world new mind: moving toward conscious evolution|publisher=The University of Michigan, Doubleday |year=1989|unused_data=others}}</ref>{{rp|261}} उन्होंने कहा कि इसलिए सोवियत संघ के पास 340 होने में सामरिक संतुलन मूलतः नहीं बदलने वाला. 1990 में उन्होंने दोहराया कि "इससे कोई अंतर ''नहीं'' आया।..सैन्य संतुलन नहीं बदला था। मैं तब भी नहीं मानना था और मैं अब भी नहीं मानता हूं."<ref>{{cite book|last=Blight| first=J.|author2=Welch, D. |title=On the Brink: Americans and Soviets Reexamine the Cuban Missile Crisis |publisher= Noonday Press |year=1990}}</ref>
 
एक्सॉम (EXCOMM) सहमत था, हालांकि, मिसाइलों से ''राजनीतिक'' संतुलन प्रभावित हो रहा था। सबसे पहले, कैनेडी ने संकट से एक माह पहले अमेरिकी जनता से स्पष्ट वादा किया था कि "अगर अमेरिका के खिलाफ आक्रामक कार्रवाई करने लायक क्षमता से संपन्न होता है।..तो अमेरिका कार्रवाई करेगा,"<ref>{{cite journal|unused_data=DUPLICATE DATA: title=In Public Papers of the Presidents: John F Kennedy, 1962|last=Kennedy |first=J. |title=The President's News Conference of September 13, 1962 |location=Washington, DC |publisher= Government Printing Office |year=1963}}</ref>{{rp|674-681}} दूसरे, उसके सहयोगियों और अमेरिकी जनता के बीच यू॰एस॰ (U.S.) की विश्वसनीयता को क्षति पहुंचेगी, अगर वे क्यूबा में मिसाइल लगाने के जरिये सामरिक संतुलन को बदलता ''दिखाने'' की सोवियत संघ को इजाजत देते हैं। संकट के बाद कैनेडी ने कहा कि "इससे राजनीतिक रूप से शक्ति संतुलन बदल जाता. ऐसा आभास हो रहा था और आभास का वास्तविकता में योगदान होता है।"<ref>{{cite journal|last=Kennedy, J. |title=After Two Years: A conversation with the president |format=Television and radio interview |date=Decemberदिसम्बर 17, 1962 |work=In 'Public Papers of the Presidents: John F. Kennedy, 1962' |location=Washington, DC. |publisher=Government Printing Office |year=1963}}</ref>{{rp|889-904}}
 
[[चित्र:CMC Gromyko.jpg|thumb|ओवल ऑफिस में राष्ट्रपति कैनेडी की सोवियत राजदूत आंद्रेई ग्रोम्य्को के साथ मुलाकात]] गुरुवार, 18 अक्टूबर को, राष्ट्रपति कैनेडी ने सोवियत विदेश मंत्री अंद्रेई ग्रोमिको से मुलाक़ात की, जिन्होंने दावा किया कि हथियार केवल रक्षात्मक प्रयोजनों के लिए हैं। उन्हें जिस बात की पहले से जानकारी थी वे उसे प्रकट करना नहीं चाहते थे और वे अमेरिकी जनता में घबराहट फैलाना नहीं चाहते थे,<ref>{{cite web|url=http://www.u-s-history.com/pages/h1736.html|title=Cuban Missile Crisis|publisher=Online Highways LLC|accessdate=5 मई 2010}}</ref> सो राष्ट्रपति ने मिसाइल तैयारी की अपनी जानकारी को सार्वजनिक नहीं किया।<ref name="historyplace">{{cite web|url=http://www.historyplace.com/speeches/jfk-cuban.htm|title=JFK on the Cuban Missile Crisis|publisher=The History Place|accessdate=3 मई 2010}}</ref>
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[[चित्र:P-2H Neptune over Soviet ship Oct 1962.jpg|thumb|सोवियत के मालवाही कैसिमोव के डेक पर रखे Il-28S के ऊपर से एक यू॰एस॰ (U.S.) नौसेना के VP-18 के P-2H नेप्च्यून की उड़ान.]]
 
रविवार, 21 अक्टूबर को दिन भर कैनेडी ने एक्सॉम (EXCOMM) सदस्यों और अन्य शीर्ष सलाहकारों से मुलाक़ात की और बाक़ी दो विकल्पों पर विचार किया: मुख्य रूप से क्यूबा के मिसाइल अड्डों पर हवाई हमले, या क्यूबा की समुद्री नाकेबंदी.<ref name="historyplace" /> एक पूर्ण पैमाने पर आक्रमण प्रशासन का पहला विकल्प नहीं था, लेकिन कुछ तो किया जाना जरुरी था। रॉबर्ट मैकनैमारा ने समुद्री नाकेबंदी को एक मजबूत मगर सीमित सैन्य कार्रवाई के रूप में समर्थन किया ताकि USSR का नियंत्रण बना रहे। अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार नाकाबंदी करना एक युद्ध की कार्रवाई है, लेकिन कैनेडी प्रशासन ने नहीं सोचा था कि मात्र नाकाबंदी से यूएसएसआर (USSR) हमला करने के लिए उत्तेजित हो जाएगा.{{Citation needed|date=Marchमार्च 2008}}
 
नौसेना परिचालन प्रमुख एडमिरल एंडरसन ने एक स्थिति दस्तावेज लिखा, जिससे कैनेडी को आक्रामक हथियारों के संगरोध और सभी सामग्री की नाकेबंदी के बीच फर्क करने में मदद मिली, संकेत दिया कि एक पारंपरिक नाकेबंदी का मौलिक इरादा नहीं है। चूंकि यह अंतरराष्ट्रीय जल में होने वाला था, इसलिए राष्ट्रपति कैनेडी रियो संधि के गोलार्द्ध रक्षा प्रावधानों के तहत सैन्य कार्रवाई करने के लिए ओएएस (OAS) (Organization of American States) से अनुमोदन प्राप्त किया।
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[[चित्र:Adlai_Stevenson_shows_missiles_to_UN_Security_Council_with_David_Parker_standing.jpg|right|thumb|अडलाई स्टेबेंसो क्यूबा के मिसाइल की हवाई तस्वीर 1962 नवम्बर को संयुक्त राष्ट्र को दिखाते हैं।]]
गुरुवार, 25 अक्टूबर को संयुक्त राज्य अमेरिका ने [[संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद]] की आपात बैठक बुलाने का अनुरोध किया। सुरक्षा परिषद् की आपात बैठक में यू.एन. (U.N.) में यू॰एस॰ (U.S.) राजदूत अडलाई स्टीवेंसन ने सोवियत राजदूत वैलेरियन ज़ोरीन का सामना करते हुए ऊंची आवाज में रोब जमाने के स्वर में उनसे मिसाइलों के अस्तित्व को स्वीकार करने की मांग की। राजदूत जोरीन ने जवाब देने इंकार कर दिया। अगले दिन रात 10:00 ईएसटी (EST) बजे यू॰एस॰ (U.S.) अमेरिका ने डेफकॉन (DEFCON) 2 बलों के बराबर एसएसी (SAC) बलों के तत्परता स्तर को बढ़ा दिया। अमेरिकी इतिहास में एकमात्र पक्के समय के लिए बी-52 बमवर्षकों को 15 मिनट की नोटिस पर विभिन्न स्थानों के लिए रवाना किया गया और उन्हें पूरी साज-सज्जा के साथ उड़ान भरने को तैयार रहने के लिए कहा गया।<ref name="hpol">{{cite web|url=http://www.hpol.org/jfk/cuban/ |title=The Cuban Missile Crisis, October 18–29, 1962|accessdate=6 मई 2010|publisher=History Out Loud |date=Augustअगस्त 21, 1997}}</ref> एसएसी (SAC) के 1,436 बमवर्षकों में से आठवें हिस्से को विमानस्थ रहने के लिए सावधान कर दिया गया था, जबकि एयर डिफेन्स कमांड (एसीडी (ADC)) ने 161 परमाणु-हथियार से लैस अवरोधक विमानों को 16 वितरण क्षेत्रों में नौ घंटे के अंदर पुनः वितरित किया, जिनमे से एक-तिहाई को 15-मिनट की सावधान अवस्था में रखा गया।<ref name="Kamps, Charles Tustin 2007, page 88" />
 
"२२ अक्टूबर तक, सामरिक वायु कमान (टीएसी (TAC)) ने एक घंटे की सतर्क अवस्था में क्यूबा का सामना करने के लिए 511 लड़ाकू विमानों सहित मददगार टैंकरों और टोही विमानों को तैनात कर दिया था। हालांकि, टीएसी और सैन्य एयर ट्रांसपोर्ट सेवा की समस्याएं थीं। फ्लोरिडा में विमानों के जमाव से कमान और सहायक पंक्तियों में तनाव पैदा हुआ; हमें सुरक्षा, हथियारों और संचार में कर्मियों की कमी के संकट का सामना करना पडा; पारंपरिक युद्ध सामग्री के युद्ध-आरक्षित भंडार के लिए आरंभिक अनुमति के अभाव में TAC को मजबूरन उधार लेना पडा; और किसी बड़े हवाई ड्रॉप में सहायता के लिए हवाई परिवहन सामग्री की कमी के कारण 24 रिजर्व स्क्वाड्रनों के लिए भर्ती का आदेश देना जरुरी हो गया।<ref name="Kamps, Charles Tustin 2007, page 88" />
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== गुप्त वार्ता ==
{{Unreferenced section|date=Julyजुलाई 2009}}
26 अक्टूबर शुक्रवार दोपहर 01:00 ईएसटी (EST) बजे एलेक्जेंदर फोमिन के अनुरोध पर एबीसी न्यूज (ABC News) के जॉन ए. स्कैली ने दोपहर का खाना साथ खाया. फोमिन ने कहा, "लगता है युद्ध छिड़ने वाला है," और उन्होंने स्कैली से अपने संपर्कों का इस्तेमाल करके विदेश विभाग में अपने "उच्च स्तर के मित्रों" से बात करके यह टटोलने को कहा यू॰एस॰ (U.S.) कूटनीतिक समाधान में रूचि रखेगा या नहीं। उन्होंने सुझाव दिया कि समझौते की भाषा में सोवियत यूनियन यूएन (UN) की निगरानी में हथियार हटा लेने का आश्वासन दें और कास्त्रो सार्वजनिक रूप से यह घोषणा करें कि भविष्य में वे इस तरह के हथियार को स्वीकार नहीं करेंगे, बदले में यू॰एस॰ (U.S.) सार्वजनिक बयान जारी करेगा कि वह क्यूबा पर कभी हमला नहीं करेगा। यू.ए. (U.S.) ने [[ब्राज़ील|ब्रा‍जील]] सरकार से कास्त्रो तक यह संदेश पहुंचाने के लिए कहते हुए अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की कि अगर हथियार हटा लिये गए तो यू॰एस॰ (U.S.) की ओर "हमला करने की संभावना नहीं" होगी।
 
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=== संकट जारी रहा ===
 
{{bquote|Direct aggression against Cuba would mean nuclear war. The Americans speak about such aggression as if they did not know or did not want to accept this fact. I have no doubt they would lose such a war. —[[Ernesto "Che" Guevara]], October 1962<ref>{{cite news|url= http://www.timesonline.co.uk/tol/news/world/us_and_americas/article5062895.ece |title=Attack us at your Peril, Cocky Cuba Warns US |first= Henry |last=Brandon |publisher=The Sunday Times |date=Octoberअक्टूबर 28, 1962}}</ref>}}
 
[[चित्र:S-75 Dzwina RB2.jpg|thumb|लांचर पर S-75 ‍डविना V-750V 1D मिसाइल के साथ. मेजर एंडरसन का U-2 जिसे क्यूबा में मार गिराया गया था, उसी के समान एक अन्य स्थापन.]]
दूसरी ओर कास्त्रो को यकीन दिलाया गया कि आक्रमण जल्द ही होनेवाला है और उन्होंने एक पत्र ख्रुश्चेव को लिखवाया, जिसे यू॰एस॰ (U.S.) पर पूर्वक्रियक हमले की मांग के रूप में देखा गया। उन्होंने क्यूबा में सभी विमान भेदी हथियारों का बौछार यू॰एस॰ (U.S.) विमानों पर करने का भी आदेश दिया,<ref>{{cite web|url=http://www.marxists.org/history/cuba/subject/missile-crisis/ch03.htm|title=Cuban History Missile Crisis|last=Baggins.|first=Brian |work=Marxist History: Cuba (1959 - present)|publisher=Marxists Internet Archive|accessdate=7 मई 2010}}</ref> जबकि इससे पहले केवल दो या दो से अधिक को छोड़ने का आदेश था। 27 अक्टूबर शनिवार, सुबह 6:00 ईएसटी (EST) बजे सीआईए (CIA) ने यह बताते हुए एक ज्ञापन दिया कि सैन क्रिस्टोबॉल के चार में से तीन मिसाइल स्थलों और सागुआ ला ग्रैंडे के दो स्थलों पर पूरी कार्रवाई हुई नजर आती है। उसने यह भी कहा कि क्यूबा की सेना का कार्रवाई के लिए व्यवस्थित होना जारी है, हालांकि उन्हें यह आदेश दिया गया है कि जब तक हमला न हो कोई कार्रवाई न की जाए.{{Citation needed|date=Mayमई 2010}}
 
27 अक्टूबर की शनिवार सुबह 9:00 ईएसटी (EST) बजे रेडियो मास्को ने ख्रुश्चेव के एक संदेश का प्रसारण शुरू किया। पिछली रात के पत्र के विपरीत इस संदेश में एक नया प्रस्ताव दिया गया, कि इटली और तुर्की से जूपिटर मिसाइलें हटा ली गयीं तो बदले में क्यूबा से मिसाइलें हटा ली जाएंगी. सुबह 10:00 ईएसटी (EST) बजे स्थिति पर चर्चा के लिए कार्यकारी समिति की फिर से बैठक हुई और यह निष्कर्ष निकला कि क्रेमलिन में ख्रुश्चेव और पार्टी के अन्य अधिकारियों के बीच आंतरिक तर्क-वितर्क के बाद संदेश में परिवर्तन हुआ।<ref>{{cite book |title=For the President's Eyes Only: Secret Intelligence and the American Presidency from Washington to Bush |last=Christopher |first= Andrew |pages=688 |isbn=0060921781|publisher=Harper Perennial |date=Marchमार्च 1, 1996}}</ref>{{rp|300}} मैकनैमारा ने पाया कि ''ग्रोज्नी'' नाम का एक और टैंकर रवाना होने{{convert|600|mi|km|-1}} को है, उसे रोक दिया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी पाया कि उनलोगों ने यूएसएसआर (USSR) को संगरोधी रेखा के बारे में जागरूक नहीं किया गया है, इसीलिए संयुक्त राष्ट्र में [[यू थान्ट|यू थांट]] के जरिए उन्हें यह सूचना पहुंचा देने का उन्होंने सुझाव दिया।
 
[[चित्र:U-2F refueling from KC-135Q.jpg|thumb|left|एक U-2F लॉकहीड, बहुत ही ऊंचाई टोही जैसा जिसे क्यूबा में मार गिराया गया था, एक बोइंग KC-135Q द्वारा ईंधन भरा जा रहा है। 1962 में इस विमान को पूरी तरह से ग्रे रंग किया गया और उसमें USAF सैन्य प्रतीक और राष्ट्रीय चिह्न लगाए गए।]]
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[[चित्र:ExComm Meeting 29 OCT 1962.jpg|left|thumb|क्यूबा मिसाइल संकट के दौरान 29 अक्टूबर 1962 में व्हाइट हाउस कैबिनेट रूम में आयोजित एक्सॉम (EXCOMM) की एक बैठक. अमेरिकी ध्वज के बाईं ओर राष्ट्रपति कैनेडी; उनके बाईं तरफ के रक्षा सचिव मंत्री रॉबर्ट एस. मैकनैमारा और उनके बाएं राज्य सचिव डीन रस्क.]]
 
जुऑन ब्रिटो की गुजारिश पर फोमिन और स्कैली फिर से मिले। स्कैली ने पूछा कि ख्रुश्चेव के दो पत्र इतने अलग क्यों हैं, तो फोमिन ने दावा दिया कि "खराब संप्रेषण" के कारण ऐसा हुआ होगा। स्कैली ने जवाब दिया कि यह दावा विश्वसनीय नहीं और वे चिल्लाए कि उन्हें सोचा कि यह "एक बेकार धोखा था". वे यह कह कर चले गए कि आक्रमण अब केवल कुछ ही घंटे का मामला है, इस बिंदु पर फोमिन ने कहा कि ख्रुश्चेव से यू॰एस॰ (U.S.) के संदेश की प्रतिक्रिया की उम्मीद की जा रही है और उन्होंने स्कैली से विदेश विभाग को यह कहने का आग्रह किया कि छल करने का ऊनका कोई इरादा नहीं था। स्कैली ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि कोई इस पर विश्वास करेगा, लेकिन वे संदेश दे देने के लिए सहमत हो गए। दोनों अपने-अपने अलग रास्तों पर चले गए और स्कैली ने एक्सॉम (EXCOMM) के लिए तुरंत एक ज्ञापन टाइप किया।{{Citation needed|date=Mayमई 2010}}
 
यू॰एस॰ (U.S.) प्रतिष्ठान के भीतर इसे अच्छी तरह समझ लिया गया कि दूसरे प्रस्ताव की अनदेखी करने और पहले को मान लेने से ख्रुश्चेव एक भयानक स्थिति पड़ गए हैं। सैन्य तैयारियां जारी रही और संभावित कार्रवाई के लिए एअर फोर्स के सभी अधिकारियों को सक्रिय ड्यूटी के लिए उनके अड्डों पर वापस बुला लिया गया। बाद में रॉबर्ट कैनेडी ने उस मनोदशा को याद करते हुए कहा, "हमलोगों ने उम्मीद एकदम से नहीं छोड़ दी थी, लेकिन अगले कुछ घंटों में अपनी स्थिति का जब ख्रुश्चेव पुनरावलोकन करने लगे हों तो अब और क्या उम्मीद की जा सकती थी। यह एक उम्मीद थी, न कि अपेक्षा. मंगलवार या संभवत: कल तक सैन्य संघर्ष की अपेक्षा थी। .."{{Citation needed|date=Mayमई 2010}}
 
रात 8:05 ईएसटी (EST) एक पत्र अगले दिन दिए जाने के लिए तैयार किया गया। संदेश इस तरह था, "जैसा कि मैंने आपका पत्र पढ़ा, आपके प्रस्ताव की मुख्य बातें - जितना भी मैं उन्हें समझ सका, लगता है वे स्वीकारयोग्य हैं - जो निम्नलिखित हैं: 1) आप क्यूबा से इन हथियार प्रणालियों को राष्ट्र संघ के उपयुक्त पर्यवेक्षण और निगरानी में यथोचित सुरक्षा के साथ हटा लेने और आइंदा इस तरह के अस्त्र प्रणालियों को क्यूबा में नहीं रखने के लिए सहमत हो गए हैं। 2) हमारी ओर से हम संयुक्त राष्ट्र के माध्यम से पर्याप्त व्यवस्था की स्थापना करेंगे, इन प्रतिबद्धताओं (क) तुरंत हटाने के संगरोधी उपायों अभी प्रभावी करने (ख) क्यूबा पर हमला न करने का आश्वासन देने, को पूरा करने और उन्हें जारी रखने पर सहमत हैं।" कहीं "देर" न हो जाए, इसे सुनिश्चित करने के लिए इस पत्र को सीधे प्रेस के लिए भी रिलीज कर दिया गया।{{Citation needed|date=Mayमई 2010}}
 
पत्र मिलने के साथ ही एक समझौता तैयार हुआ। हालांकि जैसे कि रॉबर्ट कैनेडी ने जिक्र किया, एक छोटी-सी अपेक्षा थी कि इसे स्वीकार कर लिया जाएगा. रात 9:00 ईएसटी (EST) बजे अगले दिन की कार्रवाई पर विचार करने के लिए एक्सॉम (EXCOMM) की फिर से बैठक हुई। मिसाइल स्थलों के साथ ही साथ अन्य आर्थिक लक्ष्यों, विशेष रूप से पोट्रोलियम भंडारण पर हवाई हमलों की योजनाओं को रोक दिया गया। मैकनैमारा ने कहा कि उन्हें "दो चीजें तैयार रखनी" ही पड़ेंगी: क्यूबा के लिए एक सरकार, क्योंकि हमें इसकी जरूरत पड़ने वाली है; और दूसरा, यूरोप में सोवियत संघ से कैसे निपटा जाय इसकी योजनाएं, क्योंकि निश्चित तौर पर वे लोग वहां कुछ न कुछ गड़बड़ करने वाले हैं।{{Citation needed|date=Mayमई 2010}}
 
27 अक्टूबर शनिवार की मध्य रात्रि 12:12 ईएसटी (EST) को यू॰एस॰ (U.S.) ने अपने नाटो (NATO) सहयोगियों को सूचित किया कि "स्थिति कमजोर होने जा रही है।.. संयुक्त राज्य अमेरिका को जरूरी लगता है बहुत ही कम समय के भीतर अपने हितों के लिए उसे और पश्चिमी गोलार्द्ध में उसके सहयोगी देशों को कोई भी सैन्य कार्रवाई करना जरूरी हो सकता है।" सुबह 6 बजे सीआईए (CIA) ने चिंता में और इजाफा करने के लिए रिपोर्ट किया कि क्यूबा में सभी मिसाइलें कार्रवाई के लिए तैयार थीं।
 
बाद में उसी दिन, इस जानकारी के बगैर ही कि पनडुब्बी परमाणु-सिरे वाला टारपिटो के ऐसे क्रम में लैस था ताकि अगर पनडुब्बी के ढांचे में "छेद हो जाए" (गहराई पर मार करनेवाले हथगोले से सतह पर आग लगने पर छेद हो जाना) तो इसके प्रयोग किया जा सके, यूएस (US) नौसेना ने बहुत सारा "सिग्नलिंग डीप चार्जेज" (बहुत गहराई में छोड़े जानेवाले हैंड ग्रैनेड का आकार<ref>{{cite web|url=http://www.gwu.edu/~nsarchiv/NSAEBB/NSAEBB75/|title=The Submarines of October|accessdate=1 मई 2010|publisher= [[George Washington University]], National Security Archive }}</ref>) संगरोधी रेखा में सोवियत पनडुब्बी (बी-59) पर गिराया, व्हाइट हाउस ने बाद में उसे "काला शनिवार" कहा.<ref>{{cite web|url=http://www.gwu.edu/~nsarchiv/nsa/cuba_mis_cri/press3.htm|title=The Cuban Missile Crisis, 1962: Press Release, 11 अक्टूबर 2002, 5:00 PM|date=11 अक्टूबर 2002|publisher= [[George Washington University]], National Security Archive |accessdate=26 अक्टूबर 2008}}</ref> उसी दिन, यू॰एस॰ (U.S.) के एक जासूसी विमान U-2 ने गलती से, अनाधिकृत रूप से सोवियत संघ के सुदूर पूर्वी तट के ऊपर से उड़ान भरी। <ref>{{cite web|url=http://www.usip.org/files/resources/sr205.pdf|title=Why We Should Still Study the Cuban Missile Crisis|last=Dobbs|first=Michael|date=Juneजून 2008|work=Special Report 205|publisher=United States Institute of Peace|accessdate=2 मई 2010}}</ref>
व्रेंगल द्वीप से सोवियत का मिग लड़ाकू विमान तेजी से उड़ा और इसके प्रतिक्रियास्वरूप अमेरिका ने हवा से हवा में मार करनेवाले परमाणु मिसाइलों के साथ F-102 को बेरिंग सागर के ऊपर भेजा.<ref>{{cite web|url=http://history.sandiego.edu/gen/filmnotes/thirteendays4.html|title=The Thirteen Days, October 16–28, 1962 |last=Schoenherr|first=Steven |date=Aprilअप्रैल 10, 2006|accessdate=3 मई 2010}}</ref>
 
== संकट का अंत ==
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यू॰एस॰ (U.S.) एटॉर्नी जनरल रॉबर्ट कैनेडी ने सोवियत राजदूत एंटोनी डोब्रेनि‍न से अपने समझौते में अनौपचारिक रूप से प्रस्ताव दिया कि [[तुर्की]] में जूपिटर मिसाइलों को "संकट खत्म होने के कुछ ही दिनों के भीरत" हटा लिया जाएगा.<ref>{{cite book | last=Glover |first=Jonathan |title=Humanity: a moral history of the twentieth century |url=http://books.google.com/?id=xtqFJVhmuowC |accessdate=2 जुलाई 2009 |year=2000 |publisher=Yale University Press |isbn=0300087004 |pages=464 }}</ref>{{rp|222}} आखिरी यू॰एस॰ (U.S.) मिसाइलों को 24 अप्रैल 1963, तक खोलकर अलग-अलग कर दिया गया और इसके तुरंत बाद उन्हें तुर्की से बाहर भेज दिया गया।<ref>{{cite book |last=Schlesinger |first=Arthur |title=Robert Kennedy and his times |url=http://books.google.com/?id=0xqrU5lnD7AC&pg=PA528&dq=robert+kennedy+ambassador++cuban+missile |accessdate=July 2, 2009 |year=2002 |publisher=Houghton Mifflin Harcourt |isbn=0618219285 |page=523 |pages=1088 }}</ref>
 
कैनेडी-ख्रुश्चेव की इस संधि का व्यावहारिक प्रभाव यह हुआ कि इसने प्रभावी ढंग से क्यूबा में कास्त्रो की स्थिति को मजबूत किया, साथ में निश्चित किया कि यू॰एस॰ (U.S.) क्यूबा पर आक्रमण नहीं करेगा। यह संभव है कि ख्रुश्चेव ने क्यूबा में मिसाइलों को केवल इसलिए रखा था ताकि कैनेडी इटली और तुर्की से मिसाइले हटा ले, जबकि सोवियत का परमाणु युद्ध की शरण में जाने का कोई इरादा नहीं था; बशर्ते अमेरिकियों द्वारा गोली मार कर उनकी हत्या कर दी जाए.{{Citation needed|date=Mayमई 2010}} बहरहाल, चूंकि दक्षिणी इटली और तुर्की में नाटो (NATO) बेस से जूपिटर मिसाइलों का हटा लिया जाना उस समय सार्वजनिक नहीं किया गया था, इसीलिए ख्रुश्चेव संघर्ष को हारते हुए नजर आते हैं और कमजोर हो जाते है। धारणा यह बनी कि महाशक्तियों के बीच की लड़ाई में कैनेडी जीत गए और ख्रुश्चेव अपमानित हो गए। हालांकि, यह मामला पूरी तरह से ठीक ऐसा नहीं है क्योंकि कैनेडी और ख्रुश्चेव दोनों ने ही उनकी अपनी सरकारों के दबाव के बावजूद पूर्ण संघर्ष को टाल देने के लिए ही हर कदम उठाया. ख्रुश्चेव अगले दो साल तक सत्ता में बने रहे। <ref name="Faria" />{{rp|102-105}}
 
=== परिणाम ===
 
ख्रुश्चेव और सोवियत संघ के लिए यह समझौता विशेष रूप से बड़ा ही शर्मनाक था, क्योंकि अमेरिकी मिसाइलों को इटली और तुर्की से हटा लेने को सार्वजनिक नहीं किया गया था - यह कैनेडी और ख्रुश्चेव के बीच एक गुप्त समझौता था। सोवियत संघ उन परिस्थितियों से पीछे हटता हुआ नजर आ रहा था जिसकी शुरूआत उनलोगों ने की थी - हालांकि इसे अगर ठीक ढंग से निभाया गया होता तो इसे विपरीत रूप में देखा जा सकता था। ख्रुश्चेव के सत्ता से हट जाने के दो साल बाद भी उनकी यू॰एस॰ (U.S.) को संभावित रूप से रियायत देने और उचित समय पर संकट से बेखबर होने की अयोग्यता दोनों ह‍ी पोलिटब्यूरो की शर्मिंदगी में उनकी आंशिक हिस्सेदारी हो सकती है। हालांकि, क्यूबा मिसाइल संकट ख्रुश्चेव के पतन के लिए अकेले जिम्मेदार नहीं था।{{Citation needed|date=Mayमई 2010}}
 
इस संकट का हल किस तरह किया जाए इसका निर्णय कैनेडी और ख्रुश्चेव द्वारा लिये जाने को क्यूबा ने इसे सोवियत संघ द्वारा आंशिक रूप से किए विश्वासघात के रूप में लिया। क्यूबा के हित के लिए ग्वांटानामो की स्थिति जैसे कुछ मुद्दे को इसमें शामिल नहीं किए जाने से कास्त्रो विशेष रूप से परेशान थे। इस कारण क्यूबा-सोवियत के संबंध कुछ सालों के लिए खराब हो गए।<ref name="Ramonet">{{cite book|first=Ramonet|last=Ignacio |title=Fidel Castro: My Life |publisher=Penguin Books |year=2007|isbn=978-0-1410-2626-8}}</ref>{{rp|278}} दूसरी ओर, आक्रमण से क्यूबा की रक्षा भी जारी रही।
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हालांकि इस संकट के दौरान केवल मेजर रुडोल्फ एंडरसन की लड़ाई में मृत्यु हुई; साथ ही 27 सितंबर और 11 नवबंर 1962 के बीच की अवधि के दौरान 55वें स्ट्रैटिजिक रीकॉनसैंस विंग (Strategic Reconnaissance Wing) के तीन रीकॉनसैंस (प्राथमिक आक्रमण) बोइंग आरबी-47 स्ट्रैटोजेट्स (Boeing RB-47 Stratojets) की दुर्घटना में चालक दल के ग्यारह सदस्य भी मारे गए थे।<ref>लॉयड, एल्विन टी., "बोइंग बी-47 स्ट्राटोजेट", स्पेशिएलिटी प्रेस, नॉर्थ ब्रांच, मिनेसोटा, 2005, ISBN 978-1-58007-071-3, पृष्ठ 178.</ref>
 
सेमुर मेलमैन<ref>{{cite book |first=Seymour |last=Melman |title=The Demilitarized Society: Disarmament and Conversion |publisher=Harvest House |year=1988|authorlink=Seymour Melman |location=Montreal}}</ref> और सेमुर हेर्श<ref>{{cite book|first=Seymour |last=Hersh |title= The Dark Side of Camelot |year=1978|authorlink=Seymour Hersh}}</ref> सहित अन्य आलोचकों का कहना है कि क्यूबा मिसाइल संकट ने यू॰एस॰ (U.S.) को [[वियतनाम युद्ध]] की ही तरह सैन्य साधन का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया। इस रूसी-अमेरिकी टकराव ने [[भारत-चीन युद्ध]] को इसके समकक्ष लाकर खड़ा कर दिया, क्यूबा में यू॰एस॰ (U.S.) के सैन्य संगरोध के काल के निर्धारण से इतिहासकारों{{Who|date=Mayमई 2010}} ने अटकल लगाया कि भूमि विवाद को लेकर भारत के खिलाफ चीनी हमले का मतलब क्यूबा मिसाइल संकट से उसका एकमत होना है।<ref>{{cite web|url=http://journal.frontierindia.com/index.php?option=com_content&task=section&id=7&Itemid=53 |title=Frontier India India-China Section| quote= Note alleged connections to Cuban Missile Crisis}} {{Dead link|date=Mayमई 2010}}</ref>
 
=== संकट के बाद का इतिहास ===
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* {{cite book|last=Gonzalez |first= Servando | title=The Nuclear Deception: Nikita Khrushchev and the Cuban Missile Crisis|publisher= IntelliBooks year=2002 |isbn=0-971-1391-5-6}}
* {{cite book|last=Kennedy |first=Robert F.| title=Thirteen Days: A Memoir of the Cuban Missile Crisis|isbn=0-393-31834-6}}
* {{cite book|last=Khrushchev |first= Sergei | title=How my father and President Kennedy saved the world|publisher= American Heritage magazine |date=Octoberअक्टूबर 2002}}
* {{cite book|last= May |first= Ernest R. (editor)|author2= Zelikow, Philip D. (editor)| title=The Kennedy Tapes: Inside the White House during the Cuban Missile Crisis |publisher=Belknap Press|year=1997|isbn=0-674-17926-9}}
* {{cite book|last=Polmar |first= Norman |author2=Gresham, John D. (foreword by Clancy, Tom) | title=DEFCON – 2: Standing on the Brink of Nuclear War During the Cuban Missile Crisis|publisher=Wiley |year=2006|isbn=0-471-67022-7}}