"वैश्वीकरण": अवतरणों में अंतर

No edit summary
छो clean up, replaced: |date=December → |date=दिसम्बर, |date=March → |date=मार्च (2), |date=July → |date=जुलाई AWB के साथ
पंक्ति 59:
[[उरुग्वे दौर|उरुग्वे वार्ता]] ([[:en:Uruguay Round|Uruguay Round]]) (१९८४ से १९९५) में एक संधि हुई, जिसके अनुसार WTO व्यापारिक विवादों में मध्यस्थता करेगा और व्यापार के लिए एक एकीकृत मंच उपलब्ध कराएगा.अन्य द्विपक्षीय और बहुपक्षीय व्यापार समझौते जिसमें [[मास्ट्रिच संधि]] ([[:en:Maastricht Treaty|Maastricht Treaty]]) और [[उत्तर अमेरिकी मुक्त व्यापार समझौता|उत्तरी अमेरिका मुक्त व्यापार समझौते]] ([[:en:North American Free Trade Agreement|North American Free Trade Agreement]]) (एन ऐ एफ टी ऐ) शामिल हैं, का लक्ष्य भी व्यापार के अवरोधों और मूल्यों को कम करना है।
 
विश्व निर्यात में वृद्धि हुई है जो १९७० में [[विश्व सकल उत्पाद]] ([[:en:gross world product|gross world product]]) के ८ .५ % से बढ़कर २००१ में १६.१ % हो गया।<ref>[http://www.globalpolicy.org/socecon/trade/tables/exports2.htm ]{{dead link|date=Decemberदिसम्बर 2012}}</ref>
 
वैश्वीकरण शब्द का उपयोग (सैद्धांतिक मायने में), इन विकासों के संदर्भ में विश्लेषण के लिए नोएम शोमस्की समेत कईयों के द्वारा किया गया।<ref>[https://www.zcommunications.org/forums/viewtopic.php?id=136] ZForums, Chomsky Chat, >(2)9/11 और वैश्वीकरण के बीच प्रत्यक्ष सम्बन्ध क्या है ? </ref><!--Translate this template and uncomment
पंक्ति 90:
<!--Translate this template and uncomment
 
{{Refimprovesect|date=Marchमार्च 2008}}
 
-->
पंक्ति 106:
* ''सामाजिक'' -कम प्रतिबंधों के साथ सभी राष्ट्रों के लोगों के द्वारा प्रवाह में वृद्धि हुई है। कहा जाता है कि इन देशों के लोग इतने संपन्न हैं कि वे अंतरराष्ट्रीय यात्रा का खर्च वहन कर सकते हैं, जिसे दुनिया की अधिकांश जनसँख्या वहन नहीं कर सकती है। अभिजात्य और संपन्न वर्ग के द्वारा मान्यता प्राप्त एक भ्रमित 'लाभ', जो ईंधन और परिवहन की लागत में वृद्धि के साथ बढ़ता है।
* ''परिवहन''-हर साल यूरोप की सड़कों पर कम से कर कारें (ऐसा ही अमेरिकी सड़कों पर अमेरिकी कारों के लिए कहा जा सकता है) और प्रौद्योगिकी के समावेशन के माध्यम से दूरी व यात्रा के समय में कमी.<!--Translate this template and uncomment
{{Clarifyme|date=Marchमार्च 2008}}
-->यह एक तकनीकी उन्नति है जो श्रम प्रधान बाजारों के बजाय सूचना में काम कर रहे लोगों के द्वारा मान्यता प्राप्त है, अधिक के बजाय कम लोगों की पहुँच में है और यदि यह वास्तव में वैश्वीकरण का प्रभाव है तो यह समग्र मानवता के लिए लाभ के समान रूप से आबंटन के बजाय स्रोतों के असमान आबंटन को प्रतिबिंबित करता है।
* ''अंतर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक विनिमय''
पंक्ति 154:
 
वैश्वीकरण के समर्थकों का तर्क है कि वैश्वीकरण विरोधी आंदोलन अपने संरक्षणवादी दृष्टिकोण का समर्थन करने के लिए [[उपाख्यानात्मक साक्ष्य|उपाख्यानात्मक]] ([[:en:anecdotal evidence|anecdotal evidence]])<!--Translate this template and uncomment
{{Fact|date=Julyजुलाई 2007}}
--> का उपयोग करते हैं, जबकि विश्व भर के आँकड़े प्रबलता से वैश्वीकरण का समर्थन करते हैं।
* विश्व बैंक के आंकड़ों के हिसाब से, 1981 से 2001 तक, १ डॉलर या उससे भी कम पर प्रतिदिन जीने वाले लोगों की संख्या 1.5 अरब से 1.1 अरब हो गई है। इसी समय, दुनिया में जनसँख्या वृद्धि हुई, इसीलिए विकास शील राष्ट्रों में ऐसे लोगों का प्रतिशत 40 से कम होकर 20 हो गया।<ref>"1980 के दशक के प्रारम्भ से विश्व के सबसे गरीब लोगों ने कैसे प्रगति की है?"शाओहुआ चेन और मार्टिन रेवेलियन द्वारा. [http://econ.worldbank.org/external/default/main?ImgPagePK=64202990&entityID=000112742_20040722172047&menuPK=64168175&pagePK=64210502&theSitePK=477894&piPK=64210520]