"सोल्जर": अवतरणों में अंतर

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'''सोल्जर''' 1998 में बनी [[हिन्दी भाषा]] एक्शन-थ्रिलर फ़िल्म है। इसमें [[राखी गुलज़ार]], [[बॉबी देओल]] तथा [[प्रीति ज़िंटा]] ने अहम किरदार निभाया है। इसे 1998 में रिलीज़ किया गया था और [[बॉक्स ऑफिस इंडिया]] द्वारा 'सुपर हिट' घोषित किया गया था। यह भारत में साल की चौथी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बन गई थी। यद्यपि ''सोल्जर'' प्रीति जिंटा की पहली फिल्म थी, [[मणिरत्नम]] की ''[[दिल से]]'' सोल्जर से पहले रिलीज हो गई और इस प्रकार प्रीति के फिल्मी सफर की शुरुआत हुई।
 
== संक्षेप ==
एक दिन कुछ तस्कर मिलकर मेजर विजय ([[पंकज धीर]]) की गोली मार कर हत्या कर देते हैं। वे तस्कर और कोई नहीं, बल्कि सेना में काम करने वाले प्रताप सिंह (सुरेश ओबरॉय), विरेन्दर सिन्हा (दलीप ताहिल) और जसवंत दलाल (सलीम घौस) होते हैं, जो हथियारों और गोला बारूद की विरेन्दर सिन्हा के भाई, बलदेव सिन्हा ([[शरत सक्सेना]]) की मदद से तस्करी करते रहते हैं। बाद में पुलिस को पता चलता है कि मेजर विजय को मारने वाला और तस्कर गिरोह का सरगना डीके है।
 
;बीस साल बाद
मुंबई पुलिस को [[ऑस्ट्रेलिया]] के इंटरपोल ब्रांच से एक फ़ैक्स आता है कि वो एक तस्कर, जसवंत दलाल की तलाश कर रही है, जो भारत आ चुका है। उसे जीवित पकड़ने का काम एसीपी दिनेश कपूर ([[आशीष विद्यार्थी]]) को दिया जाता है, जो मरने वाले मेजर विजय मल्होत्रा का पुराना दोस्त रहता है। दिनेश उस फैक्स की कॉपी वो मेजर विक्की ([[बॉबी देओल]]) को भेजता है और जसवंत को पकड़ कर लाने बोलता है। विक्की उसे पकड़ लेता है और दिनेश के हवाले कर अपने अगले गुप्त मिशन को पूरा करने के लिए ऑस्ट्रेलिया चले जाता है।
 
ऑस्ट्रेलिया में विरेन्दर, बलदेव और प्रताप अपनी पहचान छुपा कर जिंदगी बिताते रहते हैं। वहीं मिशन पूरा करते हुए विक्की की मुलाक़ात प्रताप सिंह की बेटी, प्रीति ([[प्रीति जिंटा]]) से होती है। वो प्रीति को पटाने में लग जाता है, जिसकी बलदेव सिन्हा के बेटे, जोजों से मंगनी हुए रहती है।
 
== मुख्य कलाकार ==