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'''सिग्नेचर ब्रिज''' [[दिल्ली]], [[भारत]] में सेतु है।<ref>{{cite web|url=https://www.amarujala.com/india-news/delhi-cm-arvind-kejriwal-inaugurates-signature-bridge-live-updates|title=हंगामे के बीच सीएम केजरीवाल ने दिल्लीवासियों को दिया दिवाली गिफ्ट, किया सिग्नेचर ब्रिज का उद्घाटन}}</ref> इस सेतु का निर्माण दिल्ली के [[वज़ीराबाद]] में [[यमुना नदी]] पर किया जाकिया रहागया है।है इस| हैस सेतु के निर्माण को दिल्ली मन्त्रीमण्डल द्वारा [[२३ फ़रवरी]] [[२०१०]] को स्वीकृति दी गई थी।<ref>[http://www.thehindu.com/news/cities/Delhi/article113336.ece ''Nod for Delhi’s 1,128-crore ‘signature bridge’''] {{अंग्रेज़ी}}</ref> इस सेतु के निर्माण की कुल लागत १,१२८ करोड़ या ११.२८ अरब [[भारतीय रुपया|रुपए]] अनुमानित है।<ref>[http://www.thehindu.com/news/cities/Delhi/article113336.ece ''Nod for Delhi’s 1,128-crore ‘signature bridge’''] {{अंग्रेज़ी}}</ref> यमुना नदी पर निर्माणाधीन यह सेतु दिल्ली का पहला [[रज्जु कर्षण सेतु]] होगा। पुल का उद्घाटन 4 नवंबर 2018 को दिल्ली के मुख्यमंत्री [[अरविंद केजरीवाल]] ने मौजूदा संकीर्ण और जबरदस्त पुराने वजीराबाद पुल पर यातायात के दबाव को कम करने के उद्देश्य से किया था। यह देश का पहला असममित केबल-रक्षित पुल है। हस्ताक्षर पुल दिल्ली में सबसे ऊंची संरचना है और 154 मीटर ऊंचे देखने वाले बॉक्स के साथ [[कुतुब मीनार]] की ऊंचाई दोगुना है, जो लोगों के लिए स्वस्थ बिंदु के रूप में कार्य करता है। यह उत्तर और पूर्वोत्तर दिल्ली के बीच यात्रा के समय को कम करता है।
 
१९९७ में सर्वप्रथम सुझाये गये इस पुल की अवधारणा २००४ में जाकर बन पायी, और फिर २००७ में दिल्ली कैबिनेट द्वारा इस परियोजना को अनुमोदित किया गया। वैसे तो इसका निर्माण [[२०१० राष्ट्रमण्डल खेल|२०१०]] में दिल्ली में आयोजित [[राष्ट्रमण्डल खेल|राष्ट्रमण्डल खेलों]] से पहले ही पूरा हो जाना था, लेकिन पर्यावरण मंजूरी न मिल पाने से यह परियोजना शुरू के कई वर्षों तक अधर में रही । आखिरकार २०११ में निर्माण कार्य शुरू हुआ, और इसकी समय सीमा दिसंबर २०१३ तय की गई। निर्माण कार्य पूरा न हो पाने की वजह से समापन तिथि को बाद में जून २०१६ और फिर जुलाई २०१७ तक आगे बढ़ा दिया गया। जुलाई २०१७ में दिल्ली सरकार ने इस परियोजना के लिए १०० करोड़ रुपये जारी किए और मार्च २०१८ की एक नई समयसीमा तय की, जिसे बाद में अप्रैल २०१८, जून २०१८ और फिर अक्टूबर २०१८ तक आगे बढ़ा दिया गया।