"महबूब अली खान": अवतरणों में अंतर

→‎व्यक्तिगत खासियतें: लेआउट त्रुटियों को सुधारा गया
लेख का विस्तार किया गया
पंक्ति 22:
 
== प्रारंभिक जीवन ==
[[चित्र:The Nizam VI riding an elephant in a procession from Moula Ali, circa. 1895.jpg|अंगूठाकार|सं १८९५ : निजाम छठी मोला अली से जुलूस में एक हाथी की सवारी करते हुए]]
[[चित्र:Commemorative card.jpg|अंगूठाकार|महबूब अली खान के १५० वें जन्म दिवस पर तय्यार किया गया निमंत्रण कार्ड]]
5 वें निजाम "[[अफ़ज़ल-उद-दौला, अासफ जाह V]]" के इकलौते बेटे थे । पिता की मृत्यु के समय वह केवल दो वर्ष-सात महीने के थे । कहते निज़ाम '''मीर महबूब अली खान''' (18 अगस्त 1866 – 29 अगस्त 1911) के दौरान जीवित थे। इस प्रकार 1869 में उनको असफ जाही राजवंश का 6 वां निजाम बनाया गया। उन्हें [[सलार जंग प्रथम|मीर तुराब अली खान, सालार जंग प्रथम]] द्वारा निजाम के रूप में स्थापित किया गया था, "नवाब" रशीद-उद-दीन खान 'शम्स-उल-उमरा तृतीय' 'जिन्होंने रीजेंट के रूप में काम किया था। शम्स-उल-उमरा तृतीय की मृत्यु 1881 में हुई और '''सालार जंग''' को एकमात्र रीजेंट बनाया गया। 8 फरवरी 1883 को उनकी मृत्यु तक प्रशासक और रीजेंट के रूप में रखा गया था।
 
पंक्ति 28:
 
वह [[उर्दू भाषा|उर्दू]] , [[तेलुगू भाषा|तेलुगू]] और [[फ़ारसी भाषा|फ़ारसी]] भाषाओं में भी धाराप्रवाह थे। उन्होंने तेलुगु और उर्दू में कविताएं भी लिखीं; जिनमें से कुछ [[हुसैन सागर]] (टैंक-बंड) की दीवारों पर अंकित हैं।
 
[[चित्र:Commemorative card.jpg|अंगूठाकार|महबूब अली खान के १५० वें जन्म दिवस पर तय्यार किया गया निमंत्रण कार्ड]]
 
==अपने राज्य में योगदान==