"इंडियन स्कूल ऑफ़ बिज़नेस": अवतरणों में अंतर
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[[चित्र:04 isb.jpg|right|thumbnail|300px|इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस]]
1996 में, व्यापार जगत के नेताओं और शिक्षाविदों के एक समूह ने एशिया में विश्व स्तर पर शीर्ष रैंक और विशिष्ट बिजनेस स्कूल की आवश्यकता को स्वीकार किया। उन्हें महसूस हुआ कि विकासशील व्यापारिक परिदृश्य को संक्रमणकालीन अर्थव्यवस्था की बारीकियों में ऐसे प्रशिक्षित युवा नेताओं की आवश्यकता होगी, जो वैश्विक परिप्रेक्ष्य से भी अवगत हों.संस्थापकों की सोच थी कि एक स्कूल बनाया जाये को कई मायनों में अलग हो - नवीन शैक्षणिक कार्यक्रमों के साथ और एक विश्व स्तरीय फिर भी वहन करने योग्य, मूल्यवान प्रस्ताव युक्त.<ref>{{cite web|url=http://www.isb.edu/KnowISb/History.Shtml|date=
उसके बाद एक वर्ष से भी कम समय में कार्यकारी बोर्ड का गठन किया गया और व्हार्टन स्कूल और केलॉग स्कूल ऑफ मैनेजमेंट शैक्षिक परिषदों के साथ मिलकर अंतर्राष्ट्रीय शैक्षणिक समिति का गठन किया गया। उसके कुछ समय बाद ही लंदन बिजनेस स्कूल ने भी इसका अनुसरण किया। आंध्र प्रदेश की सरकार ने हैदराबाद में आइएसबी का स्वागत किया और 1999 में कैंपस के लिए नींव का पत्थर रखा। स्नातकोत्तर कार्यक्रम का शुभारंभ 2001 में 128 छात्रों के पहले बैच के साथ किया गया और उसके बाद कार्यकारी शिक्षा कार्यक्रम की शुरुआत हुई।
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== विशिष्ट आगंतुक ==
[[चित्र:Bush Indian School of Business Hyderabad.jpg|right|thumb|200px|आइएसबी (ISB) में अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू. बुश]]
* भारतीय प्रधानमंत्री डॉ॰ मनमोहन सिंह<ref>{{cite web|url=http://www.isb.edu/PowerofFive/PM_Visits_the_ISB-Report.html|date=
2006|title=Dr. Manmohan Singh's visit to ISB}}</ref>
* पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति [[जॉर्ज वॉकर बुश|जॉर्ज डब्लू. बुश]] अपने 2006 के भारत की यात्रा के दौरान आइएसबी आये। <ref>{{cite web|url=http://www.isb.edu/BushVisit/|date=
अन्य प्रमुख हस्तियों जिन्होंने आइएसबी का दौरा किया है, उनमें शामिल हैं प्रो॰ जेफेरी सैक्स और थामस फ्रीडमैन.
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== विस्तार योजनाएं ==
{{Empty section|date=
== प्रबंधक बोर्ड ==
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