"डॉन (2006 फ़िल्म)": अवतरणों में अंतर

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विजय को अस्पताल में भर्ती कर दिया जाता है, और वहाँ डॉ॰ अशोक गिलवानी समान चोट के निशान लगाता है, जैसा डॉन का होता है। डॉन की मौत हो जाती है। विजय अब डॉन के रूप में उनके गैंग में शामिल हो जाता है। डी सिल्वा उसे कम्प्युटर डिस्क हासिल करने बोलता है, जिसमें उनके सारे काले कारनामे दर्ज हैं। जब विजय को वो डिस्क मिल जाता है, तभी रोमा ([[प्रियंका चोपड़ा]]) उस पर हमला करती है और अपनी बहन, कामिनी ([[करीना कपूर]]) के मौत का बदला लेने की कोशिश करते रहती है, जिसे डॉन ने मार दिया था। उसी समय डी सिल्वा आता है और उसे रोक कर बताता है कि ये डॉन नहीं, बल्कि विजय है। विजय वो डिस्क डी सिल्वा को देते हुए बताता है कि सभी गैंग के लोग एक जगह इकट्ठा होने वाले हैं। पुलिस उनके अड्डे में आ जाती है और पुलिस की मुठभेड़ में डी सिल्वा की मौत हो जाती है और पुलिस विजय को भी गिरफ्तार कर लेती है। विजय की असली पहचान जानने वाले की मौत हो जाने के बाद वो किसी भी तरह साबित नहीं कर पाता कि वो विजय है, लेकिन उसके साथ काम करने वाले गैंग के सदस्य जान जाते हैं कि ये डॉन नहीं है, जिससे उनके बीच लड़ाई होती है। विजय वहाँ से भाग निकलने में सफल हो जाता है और वो रोमा से मिलता है, ताकि डिस्क प्राप्त कर वो अपने आप को बेकसूर साबित कर सके।
 
वहीं जसजित डिस्क की तलाश में डी सिल्वा के अपार्टमेंट में आता है। वहाँ उसे फोन पर कॉल आता है और कोई उससे कहता है कि अपने बेटे को दुबारा देखना चाहते हो तो वो डिस्क उसके हवाले कर दो। उसे पाता चलता है कि डी सिल्वा जीवित है और वो असल में वर्धन है, जो विजय का इस्तेमाल कर अपने प्रतिद्वंद्वी के राज जानना चाह रहा था। बाद में जसजित और विजय के बीच लड़ाई होती है, पर बीच में दीपु आ कर उन दोनों को रोक देता है और जसजित को बताता है कि उसके नहीं रहते समय उसका सारा देखरेख विजय ही कर रहा था। जसजित भी विजय और रोमा के साथ हो जाता है और उन दोनों को वर्धन की असल पहचान के बारे में भी बताता है। वे लोग योजना बनाते हैं, जिसके तहत वर्धन को फोन कर जसजित बात करने के लिए बुलाता है, और वे तीनों इंटरपोल को भी इस बात की खबर कर देते हैं।
 
वर्धन के आने के बाद विजय और वर्धन के बीच लड़ाई शुरू हो जाती है, और बीच में इंस्पेक्टर विशाल मलिक (ओम पुरी) भी आ जाता है। वर्धन को गिरफ्तार कर लिया जाता है, और घायल विजय को अस्पताल ले जाया जाता है। उसे अस्पताल ले जाते समय रोमा उससे प्यार का इकरार करती है।
 
अंत में दिखाया जाता है कि असल में डॉन हमेशा से जीवित ही था, जो इस पूरे वक्त विजय बना फिर रहा था। फिर दिखाया जाता है कि किस प्रकार अस्पताल में वो ठीक हो कर वर्धन और विजय के बीच हुई बातचीत सुन लेता है। जब विजय का ऑपरेशन हो जाता है तो कुछ समय के लिए जब वर्धन और डॉ॰ अशोक कमरे में नहीं रहते, तभी वो जगह बदल लेता है और विजय को मार देता है। बाद में ये भी पता चलता है कि जो सीडी पुलिस को मिली है, वो असली नहीं है। वर्धन और सिंघानिया के हटने के बाद अब पूरे एशिया के ड्रग तस्करी का डॉन अकेला बादशाह बन चुका है। डॉन जब हवाई अड्डे में अनीता (ईशा कोपिकर) से मिलता है तो वो जाते हुए बोलता है कि "डॉन को पकड़ना मुश्किल ही नहीं...." और इसी के साथ स्क्रीन काला हो जाता है और फिल्म खत्म हो जाती है।
 
== कलाकार ==