"हम (फ़िल्म)": अवतरणों में अंतर

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'''हम''' 1991 में बनी [[हिन्दी भाषा]] की फिल्म है।
== संक्षेप ==
भकतावर ([[डैनी डेन्जोंगपा]]) मुंबई के नावों पर अपनी हुकूमत चलाते रहता है और अपने मजदूरों के साथ गुलामों की तरह व्यवहार करते रहता है। टाइगर ([[अमिताभ बच्चन]]) अपने पिता, प्रताप (दीपक शिरके) के लिए उस नाव में काम करने वाले मजदूरों से पैसे लेता है। टाइगर को जुम्मा (किमी कटकर) से प्यार हो जाता है। उसके भाई को भकतावर मार देता है और टाइगर के पिता और सौतेली माँ की भी मौत हो जाती है। अब उसके दो छोटे सौतेले भाइयों की ज़िम्मेदारी भी टाइगर पर आ जाती है।
 
टाइगर सीधे ही भकतावर को मारने के लिए निकल जाता है, पर इंस्पेक्टर गिरधर ([[अनुपम खेर]]) उसे रोक लेता है। गिरधर उसे अपनी सौतेली माँ को दिया वजन याद दिलाता है, और उसके दो भाइयों की देखरेख करने को बोलता है और भकतावर की ज़िम्मेदारी पुलिस को देने बोलता है। गिरधर और उसके वफादार मिल कर भकतावर के घर से पैसे चुरा लेते हैं और घर को आग लगा देते हैं, जिससे सारा सबूत जल कर नष्ट हो जाये। वे लोग भकतावर की बीवी और बेटी को भी मार देते हैं और भकतावर को टाइगर के परिवार की हत्या करने के जुर्म में गिरफ्तार कर लेती है। टाइगर वहाँ से ट्रेन में बैठ कर अपने सौतेले भाइयों के साथ शहर छोड़ कर चले जाता है।
 
टाइगर अपना नाम बदल कर शेखर रख लेता है और एक इज्जतदार किसान और टिंबर व्यापारी बन जाता है। कुमार ([[रजनीकान्त]]) एक पुलिस अफसर है, जो आरती (दीपा साही) से शादी किए रहता है, उसकी एक छोटी बेटी, ज्योति (संजना) है। उसका सबसे छोटा भाई, विजय ([[गोविंदा]]) कॉलेज में पढ़ते रहता है और उसे अनीता (शिल्पा शिरोदकर) से प्यार हो जाता है, जो जनरल राणा प्रताप सिंह ([[कादर खान]]) की बेटी है। वो चाहते रहता है कि उसकी बेटी की शादी किसी मिलिटरी अफसर के साथ हो। शेखर अपने दोनों भाइयों के साथ खुशी खुशी जीवन बिताते रहता है।
 
कई सालों के बाद भकतावर जेल से छूट जाता है। गिरधर उसे यकीन दिलाता है कि उसके परिवार वालों की हत्या टाइगर ने की है, जिससे वो बदला लेने को आतुर हो जाता है और टाइगर को ढूंढते हुए ऊटी तक आ जाता है। वो आरती और ज्योति का अपहरण कर लेता है और शेखर की सच्चाई बताता है। वहीं कुमार को भी शेखर की सच्चाई पता चल जाती है कि उसका पुराना नाम टाइगर था।
 
अंत में टाइगर अपने दोनों भाइयों, कुमार और विजय के साथ आरती और ज्योति को बचाने आ जाते हैं और भकतावर को बताते हैं कि असल में हत्यारा गिरिधर है। भकतावर ये सब जान कर गिरिधर के साथ अपने आप को बम से उड़ा देता है और उन दोनों के मौत के बाद शेखर का सारा परिवार फिर से एक हो जाता है।
 
== मुख्य कलाकार ==