"हम (फ़िल्म)": अवतरणों में अंतर

+
वर्तनी/व्याकरण सुधार
पंक्ति 8:
| writer = [[कादर ख़ान]] (संवाद)
| story = रवि कपूर <br /> मोहन कौल
| starring = [[अमिताभ बच्चन]], <br />[[गोविन्दा]], <br />[[रजनीकांतरजनीकान्त]], <br />[[किमी काटकर]], <br />[[दीपा साही]], <br />[[शिल्पा शिरोडकर]], <br />[[डैनी डेन्जोंगपा]], <br />[[अनुपम खेर]], <br />[[कादर ख़ान]] <br />
| screenplay = रवि कपूर <br /> मोहन कौल
| released = 1 फरवरी, 1991
पंक्ति 15:
| budget =
}}
'''हम''' 1991 में बनी हिन्दी भाषा की [[एक्शन फ़िल्म]] है। इसका निर्देशन [[मुकुल आनन्द]] ने किया और प्रमुख भूमिकाओं में [[अमिताभ बच्चन]], [[गोविन्दा]], [[रजनीकांतरजनीकान्त]], [[किमी काटकर]], [[दीपा साही]], [[शिल्पा शिरोडकर]], [[डैनी डेन्जोंगपा]], [[अनुपम खेर]] और [[कादर ख़ान]] हैं। यह फ़िल्म बॉक्स ऑफिस पर 1991 में सबसे ज्यादा कमाई करने में दूसरे स्थान पर रही थी और इसे 'ब्लॉकबस्टर' का तमगा दिया गया था। अमिताभ ने 1992 में इसके लिए [[फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार|सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का फिल्मफेयर पुरस्कार]] भी जीता।
 
== संक्षेप ==
बख्तावर ([[डैनी डेन्जोंगपा]]) मुंबईमुम्बई के नावोंबंदरगाह पर अपनी हुकूमत चलातेचलाए रहता है और अपने मजदूरों के साथ गुलामों की तरह व्यवहार करते रहता है। टाइगर ([[अमिताभ बच्चन]]) अपने पिता, प्रताप ([[दीपक शिर्के]]) के लिए उस नावबंदरगाह में काम करने वाले मजदूरों से पैसे लेता है। टाइगर को जुम्मा ([[किमी काटकर]]) से प्यार हो जाता है। उसके भाई को बख्तावर मार देता है और टाइगर के पिता और सौतेली माँ की भी मौत हो जाती है। अब उसके दो छोटे सौतेले भाइयों की ज़िम्मेदारी भी टाइगर पर आ जाती है।
 
टाइगर सीधे ही बख्तावर को मारने के लिए निकल जाता है, पर इंस्पेक्टर गिरधर ([[अनुपम खेर]]) उसे रोक लेता है। गिरधर उसे अपनी सौतेली माँ को दिया वजनवचन याद दिलाता है, और उसके दो भाइयों की देखरेख करने को बोलता हैहै। औरवह बख्तावर की ज़िम्मेदारी पुलिस को देने बोलता है। गिरधर और उसकेउसका वफादार मिल कर बख्तावर के घर से पैसे चुरा लेते हैं और घर को आग लगा देते हैं, जिससे सारा सबूत जल कर नष्ट हो जाये। वेइस लोगआग में बख्तावर की बीवी और बेटी कोमारे भी मार देतेजाते हैं और बख्तावर को पुलिस टाइगर के परिवार की हत्या करने के जुर्म में गिरफ्तार कर लेती है। टाइगर वहाँ से ट्रेन में बैठ कर अपने सौतेले भाइयों के साथ शहर छोड़ कर चले जाता है।
 
टाइगर अपना नाम बदल कर शेखर रख लेता है और एक इज्जतदार किसान और टिंबर[[इमारती लकड़ी]] का व्यापारी बन जाता है। कुमार ([[रजनीकान्त]]) एक पुलिस अफसर है, जो आरती ([[दीपा साही]]) से शादी किए रहता है,है। उसकी एक छोटी बेटी, ज्योति (संजना) है। उसका सबसे छोटा भाई, विजय ([[गोविंदागोविन्दा]]) कॉलेज में पढ़ते रहता है और उसे अनीता ([[शिल्पा शिरोडकर]]) से प्यार हो जाता है, जो जनरल राणा प्रताप सिंह ([[कादर खानख़ान]]) की बेटी है। वो चाहते रहता है कि उसकी बेटी की शादी किसी मिलिटरीसैन्य अफसर के साथ हो। शेखर अपने दोनों भाइयों के साथ खुशी खुशी जीवन बिताते रहता है।
 
कई सालों के बाद बख्तावर जेल से छूट जाता है। गिरधर उसे यकीन दिलाता है कि उसके परिवार वालों की हत्या टाइगर ने की है, जिससे वो बदला लेने को आतुर हो जाता है और टाइगर को ढूंढते हुए ऊटी तक आ जाता है। वो आरती और ज्योति का अपहरण कर लेता है और शेखर की सच्चाई बताता है। वहीं कुमार को भी शेखर की सच्चाई पता चल जाती है कि उसका पुराना नाम टाइगर था। हालाँकि, सभी गलतफहमी जुम्मा द्वारा साफ़ कर दी जाती है जब वह विजय और कुमार को उनके अतीत और शेखर द्वारा किए गए बलिदानों के बारे में समझाती है जो उसने उनके लिये सम्मानजनक जीवन जीने के लिये किए।
 
अंत में टाइगर अपने दोनों भाइयों, कुमार और विजय के साथ आरती और ज्योति को बचाने आ जाते हैं और बख्तावर को बतातेबताता हैंहै कि असल में हत्यारा गिरिधर है। बख्तावर ये सब जान कर गिरिधर के साथ अपने आप को बम से उड़ा देता है और उन दोनों के मौत के बाद शेखर का सारा परिवार फिर से एक हो जाता है।
 
== मुख्य कलाकार ==
* [[अमिताभ बच्चन]]
* [[गोविन्दा]] - विजय
* [[रजनीकांतरजनीकान्त]] - कुमार
* [[किमी काटकर]]
* [[दीपा साही]] - आरती