"कार्तिकेय (मोहन्याल)": अवतरणों में अंतर

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==कार्तिकेय (मोहन्याल) गणका देवता==
३३ कोटी ५२ दल वैदिक देवी देवताका राजा कार्तिकेय (मोहन्याल) था , उधर बि ५२ दल मष्टोका दिदि बहनके राजा तारकासुर(खपरे) था । ये दोनो के बिचमे युद्द होता होता [[कार्तिकेय]]को तारकासुर (खपरे) को मार्ने मे मुस्किल हो गै थि | खपरे गणका दुधे मष्टो ने खपरे का साथ छोड़कर कार्तिकेय पछ्मे साथ् दि कार्तिकेय ने उसको कार्तिकशुक्ल सप्तमी तिथि मे पुजा होना तिथि दिया ,आपना गण मे सामेल कराया तो बि बलवान तारकासुर (खपरे) को मार्ने मे मुस्किल हो गै | अन्तमे कार्तिकेय (मोहन्याल) ने   सुर्खेत से भैरौ [[बेतालवेताल]] लाकर ५३ दल बनाके युद्द किया तों [[तारकासुर]] दैत्य (खपरे)को मारके डोटी से सेती नदी पार खेदेट दिए थे , खपरे को मारे थे इसी कारण कार्तिकेय(मोहन्याल) का ३३ कोटी ५२ दल मे भैरौबेताल थपके ५३ दल बना के तारकासुर(खपरे मष्टो) को मार्नेको इतिहास डोटी मे है । इस लडाई मे कार्तिकेय(मोहन्याल)के शिव गण मे निम्न उल्लेखित देवता सामेल थे ।
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