"परमाणु": अवतरणों में अंतर

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|oclc=181435713|pages=39–42}}</ref> इलेक्ट्रान की खोज 19वीं सदी से अंत में हुई, जिसका अधिकतर श्रेय [[जे जे थॉमसन|जे. जे. थॉमसन]] को जाता हैं।
 
[[प्रोट्राॅनप्रोटॉन]] पर धनात्मक आवेश होता है। इसका द्रव्यमान 1.6726 × 10<sup>−27</sup> कि.ग्रा. है जो इलेक्ट्रान के द्रव्यमान के 1,836 गुना है। एक परमाणु में प्रोटॉनों की संख्या [[परमाणु क्रमांक|परमाणु संख्या]] कहलाता है। प्रोटॉन की खोज [[अर्नेस्ट रदरफोर्ड]] द्वारा 1919 में किया गया था।
 
[[न्यूट्रॉन]] पर कोई विद्युत आवेश नहीं होता है। इसका द्रव्यमान 1.6929 × 10<sup>−27</sup> कि.ग्रा. है जो इलेक्ट्रान के द्रव्यमान के 1,839 गुना है।<ref>{{cite book