"भारत का विभाजन": अवतरणों में अंतर

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'''भारत का विभाजन''' [[माउंटबेटन योजना]] के आधार पर निर्मित [[भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम १९४७]] के आधार पर किया गया। इस अधिनियम में काहा गया कि 15 अगस्त 1947 को भारत व पाकिस्तान अधिराज्य नामक दो [[स्वायत्त्योपनिवेश]] बना दिए जाएंगें और उनको ब्रिटिश सरकार सत्ता सौंप देगी।<ref>सुभाष कश्यप-भारत का संविधान पृ-22</ref> स्वतंत्रता के साथ ही [[14 अगस्त]] को ''[[पाकिस्तान अधिराज्य]]'' (बाद में [[पाकिस्तान|इस्लामी जम्हूरिया ए पाकिस्तान]]) और [[15 अगस्त]] को ''[[भारतीय संघ]]'' (बाद में [[भारत|भारत गणराज्य]]) की संस्थापना की गई। इस घटनाक्रम में मुख्यतः ब्रिटिश भारत के बंगाल प्रांत को [[पूर्वी पाकिस्तान]] और भारत के [[पश्चिम बंगाल]] राज्य में बाँट दिया गया और इसी तरह ब्रिटिश भारत के पंजाब प्रांत को पश्चिमी पाकिस्तान के पंजाब प्रांत और भारत के [[पंजाब (भारत)|पंजाब]] राज्य में बाँट दिया गया। इसी दौरान [[ब्रिटिश भारत]] में से सीलोन (अब [[श्रीलंका]]) और बर्मा (अब [[म्यांमार]]) को भी अलग किया गया, लेकिन इसे भारत के विभाजन में नहीं शामिल किया जाता है। इसी तरह 1971 में [[पाकिस्तान के विभाजन]] और [[बांग्लादेश]] की स्थापना को भी इस घटनाक्रम में नहीं गिना जाता है। ([[नेपाल]] और [[भूटान]] इस दौरान भी स्वतंत्र राज्य थे और इस बंटवारे से प्रभावित नहीं हुए।)
 
[[15 अगस्त]] [[1947]] की आधी रात को भारत और पाकिस्तान कानूनी तौर पर दो स्वतंत्र राष्ट्र बने।<ref>{{cite web|url=https://www.bbc.com/hindi/india-44053138|title=भारत विभाजन के लिए मुसलमान दोषी नहीं, तो फिर कौन?}}</ref> लेकिन पाकिस्तान की सत्ता परिवर्तन की रस्में 14 अगस्त को [[कराची]] में की गईं ताकि आखिरी ब्रिटिश वाइसराॅय [[लुइस माउंटबैटन]], [[करांची]] और [[नई दिल्ली]] दोनों जगह की रस्मों में हिस्सा ले सके। इसलिए पाकिस्तान में स्वतंत्रता दिवस 14 अगस्त और भारत में 15 अगस्त को मनाया जाता है।
 
भारत के विभाजन से करोड़ों लोग प्रभावित हुए। विभाजन के दौरान हुई हिंसा में करीब 5 लाख<ref>[http://web.archive.org/web/20000817231256/http://www.time.com/time/magazine/1997/int/970811/spl.midnight.html TIME Essay HURRYING MIDNIGHT]</ref> लोग मारे गए और करीब 1.45 करोड़ शरणार्थियों ने अपना घर-बार छोड़कर बहुमत संप्रदाय वाले देश में शरण ली। {{तथ्य}}