"दोहा": अवतरणों में अंतर
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समपाद के अन्तिम स्थान पर स्थित लघु वर्ण को हेमचन्द्र गुरु-वर्ण का मापन देता है. 'अत्र समपादान्ते गुरुद्वयमित्याम्नाय:' यह सूत्र विषद किया है. </br>
मम तावन्मतमेतदिह - किमपि यदस्ति तदस्तु
रमणीभ्यो रमणीयतरमन्यत् किमपि न वस्तु
सोरठ तथा दोहा इन छन्दों में कुछ समान सूत्र हैं, अत: सोरठा के बारे में भी वाचक अधिक सूचना प्राप्त करें. </br>
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