"नेपाल": अवतरणों में अंतर

पंक्ति 172:
== समाज तथा संस्कृति ==
[[Image:Nepal-Tanzgruppe.JPG|right|thumb|300px|नेपाल की एक लोकनृत्य मंडली]]
[[नेपाली संस्कृति|नेपाल की संस्कृति]] [[तिब्बत]] एवं [[भारत]] से मिलती-जुलती है। यहाँ की वेषभूषा, [[भाषा]] तथा [[पकवान]] इत्यादि एक जैसे ही हैं। नेपाल का सामान्य खाना [[चना|चने]] की दाल, भात, तरकारी, [[अचार]] है। इस प्रकार का खाना सुबह एवं रात में दिन में दोनो जून खाया जाता है। खाने में [[चिवड़ा]] और [[चाय]] का भी चलन है। मांस-मछली तथा अंडा भी खाया जाता है। हिमालयी भाग में [[गेहूँ]], [[मक्का|मकई]], [[कोदो]], [[आलू]] आदि का खाना और तराई में गेहूँ की [[रोटी]] का प्रचलन है। कोदो के मादक पदार्थ तोंगबा, छ्याङ, रक्सी आदि का सेवन हिमालयी भाग में बहुत होता है। नेवार समुदाय अपने विशेष किस्म के नेवारी परिकारों का सेवन करते हैं।
 
नेपाली सामाजिक जीवन की मान्यता, विश्वास और संस्कृति [[हिंदू]] भावना में आधारित है। धार्मिक सहिष्णुता और जातिगत सहिष्णुता का आपस का अन्योन्याश्रित संबंधसम्बन्ध नेपाल की अपनी मौलिक [[संस्कृति]] है। यहाँ के पर्वों में [[वैष्णव]], [[शैव]], [[बौद्ध]], [[शाक्त]] सभसब धर्मों का प्रभाव एक -दूसरे धर्मावलंबियों पर समान रूप से पड़ा है। किसी भी एक धार्मिक पर्व को धर्मावलंबियों पर समान रूप से पड़ा है। किसी भी एक धार्मिक पर्व को धर्मावलंबीधर्मावलम्बी विशेष का कह सकना और अलग कर पाना बहुत कठिन है। सभी धर्मावलंबी आपस में मिलकर उल्लासमय वातावरण में सभी पर्वों में भाग लेते हैं। नेपाल में छुआछुतछुआछूत का भेद न कट्टर रूप में है और न जन्मसंस्कार के आधार पर ही है। शक्तिपीठों में चांडाल और भंगी, चमार, देवपाल और पुजारी के रूप में प्रसिद्ध शक्ति पीठ गुह्येश्वरी देवी, शोभा भागवती के चांडाल तथा भंगी, चमार पुजारियों को प्रस्तुत किया जा सकता है।
{{bar box
|title= नेपाल में विभिन्न धर्म (2011)<ref name="2011census"/>
पंक्ति 189:
{{bar percent|अन्य|gray|0.9}}
}}
उपासना की पद्धति और उपासना के प्रतीकों में भी समन्वय स्थापित किया गया है। मूर्तिपूजा और कर्म कांड के विरोधनेपाल में उत्पन्न बौद्ध धर्म ने नेपाल में स्वयंभी [[मूर्तिपूजा]] और [[कर्मकांड]] अपनाया है। बौद्ध [[पशुपतिनाथ]] की पूजा [[आर्यावलोकितेश्वर]] के रूप में करते हैं और हिंदू [[मंजुश्री]] की पूजा [[सरस्वती]] के रूप में करते हैं। नेपाल की यह समन्वयात्मक संस्कृति [[लिच्छवि]] काल से अद्यावधि चली आ रही है।
 
नेपाल अनुग्रहपरायण देश है। वह किसी नेके मैत्रीपूर्ण अनुग्रह को कभी भूल नहीं सकता। नेपाल का पराक्रम विश्वविख्यात है। नेपाल की सांस्कृतिक परंपरापरम्परा को कायम रखने के लिए वि॰सं॰ 2017 साल में [[संयुक्त राज्य अमरीका]] के काँग्रेस के दोनों सदनों के संयुक्त अधिवेशन को संबोधन करते हुए श्री 5 महेंद्रमहेन्द्र ने स्पष्टरूप में निम्नकहा उद्गारथा प्रकट किया थाकि 'सैनिक कार्यों में लगने वाले खर्च संसार की गरीबी हटाने में व्यय हों'।
 
नेपाल एक छोटा स्वतंत्र राष्ट्र है, किंतु [[जाति]] के आधार पर नेपाल राज्य की मित्र राष्ट्र [[भारत]] के समान विभिन्न जातियों के रहने का एक [[अजायबघर]] जैसा है। उत्तरी भाग की ओर भोटिया, तामां‌, लिंबू, शेरपा, महाभारत शृंखला में मगर, किरात, नेवार, गुरुं‌, सुनुवार और भीतरी तराई क्षेत्र में घिमाल, थारू, मेचै, दनवार आदि जातियों की बहुलता विशेष रूप से उल्लेखनीय है। ठाकुर, खस, जैसी, क्षत्री जातियों तथा ब्राह्मणों की सख्या नेपाल में यत्र-तत्र काफी है। यहाँ पर प्रवासी भारतीयों की संख्या भी पर्याप्त है।
"https://hi.wikipedia.org/wiki/नेपाल" से प्राप्त