"ए॰ पी॰ जे॰ अब्दुल कलाम": अवतरणों में अंतर

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== प्रारंभिक जीवन ==
15 अक्टूबर 1931 को [[धनुषकोडी]] गाँव (रामेश्वरम, तमिलनाडु) में एक मध्यमवर्ग मुस्लिम परिवार में इनका जन्म हुआ।<ref name=nicWeb>{{वेब सन्दर्भ|title=अब्दुल कलाम - प्रोफ़ाइल|url=http://www.abdulkalam.nic.in/profile.html|website=http://www.abdulkalam.nic.in/|accessdate=29 जुलाई 2015| language = en}}</ref> [https://jivanihindi.com/apj-abdul-kalam-ki-jivni/ अब्दुल कलाम के पिता का नाम] जैनुलआब्दीन था। इनके पिता जैनुलाब्दीन न तो ज़्यादा पढ़े-लिखे थे, न ही पैसे वाले थे।<ref name=expressELife>{{वेब सन्दर्भ|title=Early life and education|trans-title= प्रारंभिक जीवन और शिक्षा|ural=https://www.thedailyxpress.com/hot-topics/dr-a-p-j-abdul-kalam-peoples-president/|publisher=इण्डियन एक्सप्रेस|accessdate=29 जुलाई 2015| language = en}}</ref> इनके पिता मछुआरों को नाव किराये पर दिया करते थे। अब्दुल कलाम संयुक्त परिवार में रहते थे। परिवार की सदस्य संख्या का अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि यह स्वयं पाँच भाई एवं पाँच बहन थे और घर में तीन परिवार रहा करते थे।<ref name = "hT_live" /> अब्दुल कलाम के जीवन पर इनके पिता का बहुत प्रभाव रहा। वे भले ही पढ़े-लिखे नहीं थे, लेकिन उनकी लगन और उनके दिए संस्कार अब्दुल कलाम के बहुत काम आए।<ref>http://books.google.com/books?id=c3qmIZtWUjAC</ref><ref> http://pib.nic.in/profile/apjak.asp</ref>
पाँच वर्ष की अवस्था में रामेश्वरम की पंचायत के प्राथमिक विद्यालय में उनका दीक्षा-संस्कार हुआ था। उनके शिक्षक इयादुराई सोलोमन ने उनसे कहा था कि ''जीवन मे सफलता तथा अनुकूल परिणाम प्राप्त करने के लिए तीव्र इच्छा, आस्था, अपेक्षा इन तीन शक्तियो को भलीभाँति समझ लेना और उन पर प्रभुत्व स्थापित करना चाहिए।''
पांचवी कक्षा में पढ़ते समय उनके अध्यापक उन्हें पक्षी के उड़ने के तरीके की जानकारी दे रहे थे, लेकिन जब छात्रों को समझ नही आया तो अध्यापक उनको समुद्र तट ले गए जहाँ उड़ते हुए पक्षियों को दिखाकर अच्छे से समझाया, इन्ही पक्षियों को देखकर कलाम ने तय कर लिया कि उनको भविष्य में विमान विज्ञान में ही जाना है। कलाम के गणित के अध्यापक सुबह ट्यूशन लेते थे इसलिए वह सुबह 4 बजे गणित की ट्यूशन पढ़ने जाते थे
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कलाम अपने व्यक्तिगत जीवन में पूरी तरह [[अनुशासन]] का पालन करने वालों में से थे। ऐसा कहा जाता है कि वे [[क़ुरान]] और [[भगवद् गीता]] दोनों का अध्ययन करते थे।<ref name = "hT_live" /> कलाम ने कई स्थानों पर उल्लेख किया है कि वे [[तिरुक्कुरल]] का भी अनुसरण करते हैं, उनके भाषणों में कम से कम एक ''कुरल'' का उल्लेख अवश्य रहता था।<ref name = "hT_live" /> राजनीतिक स्तर पर कलाम की चाहत थी कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत की भूमिका विस्तार हो और भारत ज्यादा से ज्यादा महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाये। भारत को [[महाशक्ति]] बनने की दिशा में कदम बढाते देखना उनकी दिली चाहत थी। उन्होंने कई प्रेरणास्पद पुस्तकों की भी रचना की थी और वे तकनीक को भारत के जनसाधारण तक पहुँचाने की हमेशा वक़ालत करते रहते थे। बच्चों और युवाओं के बीच डाक्टर क़लाम अत्यधिक लोकप्रिय थे। वह [[भारतीय अन्तरिक्ष विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान]] के कुलपति भी थे। वे सदाय स्मित करते थे चाहे वो दफतर का नौकर ही क्यूँ न हो।
वे जीवनभर शाकाहारी रहे।
 
[https://jivanihindi.com/apj-abdul-klaam-ke-vichar/ ए.पी.जे अब्दुल कलाम के विचार जाने यहाँ से]
 
== किताबें ==