"बरगद": अवतरणों में अंतर

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[[चित्र:Banyan botanical c1800-1830.jpg|बरगद के विशाल वृक्ष का नीचे वाला भाग (कली) |right|thumb|220px]]
{{भारत के राष्ट्रीय प्रतीक|राष्ट्रीय भाषा=हिंदी|भाषा=हिंदी}}
 
'''बरगद''' बहुवर्षीय विशाल वृक्ष है। यह एक स्थलीय [[द्विबीजपत्री]] एंव [[सपुष्पक]] वृक्ष है। इसका तना सीधा एंव कठोर होता है। इसकी शाखाओं से [[जड़े]] निकलकर हवा में लटकती हैं तथा बढ़ते हुए जमीन के अंदर घुस जाती हैं एंव स्तंभ बन जाती हैं। इन जड़ों को बरोह या प्राप जड़ कहते हैं। इसका [[फल]] छोटा गोलाकार एंव लाल रंग का होता है। इसके अन्दर बीज पाया जाता है। इसका [[बीज]] बहुत छोटा होता है किन्तु इसका पेड़ बहुत विशाल होता है। इसकी [[पत्ती]] चौड़ी, एंव लगभग अण्डाकार होती है। इसकी पत्ती, शाखाओं एंव कलिकाओं को तोड़ने से [[दूध]] जैसा रस निकलता है जिसे [[लेटेक्स]] अम्ल कहा जाता है।
 
==धार्मिक महत्व==
हिंदू धर्म में वट वृक्ष की बहुत महत्ता है। ब्रह्मा, विष्णु, महेश की त्रिमूर्ति की तरह ही वट,पीपल व नीम को माना जाता है, अतःएव बरगद को ब्रह्मा समान माना जाता है। अनेक व्रत व त्यौहारों में वटवृक्ष की पूजा की जाती है।यह आस्था के ऊपर निर्भर करता है।
 
==इन्हें भी देखें==
"https://hi.wikipedia.org/wiki/बरगद" से प्राप्त