"नाभिक नोदन": अवतरणों में अंतर
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अनुनाद सिंह (वार्ता | योगदान) नया पृष्ठ: चित्र:Delta-II class nuclear-powered ballistic missle submarine 3.jpg|right|thumb|300px|डेल्टा-२ श्रेणी की नाभिकी... |
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08:52, 15 जनवरी 2019 का अवतरण
नाभिकीय ऊर्जा का उपयोग करके वाहन, वायुयान, जलयान या अंतरिक्ष यान को चलाना नाभिक नोदन (न्युक्लियर प्रोपल्सन) कहलाता है। नाभिकीय रिएक्टर से बहुत अधिक न्यूट्रॉन विकिरण बाहर आ सकता है यदि उसे अच्छी तरह शिल्ड न किया जाय। विकिरण से सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बहुत अधिक शिल्डिंग लगानी पड़ती है जिससे रिएक्टर का आकार बड़ा हो जाता है, अतः नाभिकीय रिएक्टर इतने छोटे नहीं बनाए जा सकते कि उन्हें छोटे वाहनों (जैसे कार, ट्रक) में उपयोग किया जा सके। इस कारण नाभिकीय नोदन का उपयोग बड़े-बडे जलयानों, पनडुब्बियों में ही हो पाता है।