"ब्रज": अवतरणों में अंतर

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=== हिन्दू उल्लेख और अनुश्रुतियाँ ===
 
संसार के सर्वाधिक प्राचीन ग्रन्थ [[ॠगवेदॠग्वेद]] में [[यमुना]] तट की इस मनोरम भूमि और इस पर विचरण करने वाली लम्बे सीगों से सम्पन्न सुन्दर गायों के उल्लेख के साथ ही साथ, कतिपय भाष्यकारों के मतानुसार, कुछ ब्रज लीलाओं का भी संकेत मिलता है। अथर्ववेद, शतपथ ब्राह्मण, रामायण, महाभारत और हरिवंश पुराण आदि में इस भू-भाग का विविध प्रकार से वर्णन प्रस्तुत किया गया है।
 
* आर्य ग्रन्थों के अनुसार मानवजाति के आदि पिता स्वायम्भुव मनु थे, जो मनुओं की परम्परा में प्रथम माने जाते है। उनके समय में यमुना तट का यह प्रदेश विशाल सधन वनों से अच्छादित था। कालान्तर में यह बन्य प्रदेश ॠषि-मुनियों की तपो-भूमि के रूप में परिणित हो गया, जहां अनेक सिद्ध रूप यमुना के तट के आश्रमों में तपस्या करते हुए ब्रम्ह का चिन्तन मनन करते थे। उस बन को 'मधुबन' कहा गया है। वेदों में ब्रम्हविद्या अथवा अत्मविद्या की संज्ञा 'मधुविद्या' है। कदाचित इसीलिये उस सिद्ध बन को 'मधुबन' का नाम प्राप्त हुआ था।
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