"कण्व वंश": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
छो 73 ई पू मगध टैग: यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
छो 75 इ पू 30 इ पू टैग: यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
||
पंक्ति 2:
[[शुंग वंश]] के अन्तिम शासक देवभूति के मन्त्रि वसुदेव ने उसकी हत्या 73 ई पू में कर दी तथा मगध की गदी पर '''कण्व वंश''' की स्थापना की। कण्व वंश ने
इस वंश के चार शासक हुए - वासुदेव (संस्थापक),,भूमिपुत्र, नारायण, सुशर्मा(अन्तिम)
पुराणों में इन्हें शुंगभृत्य कहा गया है। यह ब्राहम्ण वंश था। कण्व वंशी शासकों का राज्य मगध एवं उसके आसपास के क्षेत्र तक सीमित रह गया था।
|