"भौतिक शास्त्र": अवतरणों में अंतर

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{{main|चिरसम्मत भौतिकी}}
भौतिकी को मोटे रूप से दो भागों में विभाजित किया जा सकता है। १९०० ईस्वी से पूर्व जो भौतिक ज्ञान अर्जित किया गया था और तत्संबंधी जो नियम तथा सिद्धांत प्रतिपादित किए गए थे, उनका समावेश चिरसम्मत भौतिकी में किया गया। उस समय की विचारधारा के प्रेरणास्त्रोत [[गैलिलियो]] (१५६४-१६४२ ईस्वीं) तथा [[न्यूटन]] (१६४२-१७२७) थे। चिरसम्मत भौतिकी को मुख्यत: यांत्रिकी (मिकैनिक्स), ध्वनिकी (अकौस्टिक्स), ऊष्मा, विद्युतचुंबकत्व और प्रकाशिकी (ऑप्टिक्स) में विभाजित किया जाता है। ये शाखायें इंजीनियरिंग तथा शिल्प विज्ञान की आधारशिलायें हैं और भौतिकी की प्रारंभिक शिक्षा इनसे ही शुरू की जाती है
 
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== आधुनिक भौतिकी ==