"सनकादि ऋषि": अवतरणों में अंतर

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[[चित्र:Sankadi Muni Bhagavan.jpg|right|thumb|300px|सनक आदि चार कुमार]]
'''सनकादि ऋषि''' (सनकादि = सनक + आदि) से तात्पर्य [[ब्रह्मा]] के चार पुत्रों सनक, सनन्दन, सनातन व सनत्कुमार से है। [[पुराण|पुराणों]] में उनकी विशेष महत्ता वर्णित है। ये ब्रह्मा की अयोनिज संताने हैं जो १० सृष्टियों में से ही गिने जाते हैं। ये प्राकृतिक तथा वैकृतिक दोनों सर्गों से हैं।<ref>[[http://hi.krishnakosh.org/कृष्ण/श्रीमद्भागवत_महापुराण_तृतीय_स्कन्ध_अध्याय_10_श्लोक_17-29 भागवत] अध्याय १०]</ref>
 
==उत्पत्ति ==