"खिलौना (1970 फ़िल्म)": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
छो बॉट: नामांकरण → नामांकन |
No edit summary टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
||
पंक्ति 4:
| caption = '''खिलौना''' का पोस्टर
| director = चंदर वोहरा
| writer = [[
| distributor = प्रसाद प्रोडक्शन्स (प्राइवेट) लिमिटेड
| producer =
ल वी प्रसाद | studio = आर के स्टूडियोज़
| cinematography = द्वारका दिवेचा
| music = [[लक्ष्मीकांत
प्यारेलाल]] | editing = शिवाजी अवधूत
| screenplay = [[गुलशन नन्दा]]
Line 19 ⟶ 21:
}}
'''खिलौना''' १९७० में बनी [[हिन्दी भाषा]] की फिल्म है। इस फ़िल्म के निर्देशक हैं चंदर वोहरा। इस फ़िल्म को [[फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार|फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कारों]] में छः श्रेणियों में नामांकित किया गया था और इसने दो श्रेणियों में पुरस्कार जीते।
== संक्षेप ==
ठाकुर सूरज सिंह एक अमीर आदमी हैं। उनके परिवार में उनकी पत्नी ([[दुर्गा खोटे]]) हैं और तीन लड़के हैं, किशोर ([[रमेश देव|रमेश देओ]]), विजयकमल ([[संजीव कुमार]]) और मोहन ([[जितेन्द्र]]) और एक अविवाहित बेटी राधा है। किशोर की पत्नी लक्ष्मी और दो बच्चे पप्पू और लाली हैं। किशोर परिवार का कारोबार देखता है, विजयकमल एक प्रसिद्ध कवि है और मोहन शहर में शिक्षा ग्रहण कर रहा है। विजयकमल सपना नाम की लड़की से प्यार करता है लेकिन उनका पड़ोसी बिहारी ([[शत्रुघन सिन्हा]]) अपने पैसों के दम पर उससे ज़बरदस्ती शादी कर लेता है और शादी की महफ़िल में ही सपना आत्महत्या कर लेती है। विजयकमल यह सब देखकर पागल हो जाता है।<br />
|