"सरस्वतीचन्द्र (फ़िल्म)": अवतरणों में अंतर

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'''सरस्वतीचन्द्र''' १९६८ में बनी एक काली-सफ़ेद चलचित्र है। इसे गोविन्द सरैया ने निदेशित किया है और इसके मुख्य कलाकार हैं [[नूतन]] और मनीष। यह हिन्दी फ़िल्म की आख़िरी काली-सफ़ेद सिनेमा है।<ref>{{cite web |url=http://www.imdb.com/title/tt0148706/#comment |title=IMDB User Review |publisher=imdb.com}}</ref><br />
यह फ़िल्म गुजराती भाषा के इसी नाम के उपन्यास पर आधारित है जिसे गोवर्धनराम माधवराम त्रिपाठी ने लिखा था जो बीसवीं सदी के शुरुआती काल के प्रसिद्ध गुजराती लेखक थे। इस फ़िल्म को उत्कृष्ट छायांकन और उत्कृष्ट संगीत के लिए राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार मिले थे।<ref>{{cite web |url=http://www.downmelodylane.com/national.html |title=National Awards |publisher=downmelodylane.com}}</ref>
 
== संक्षेप ==
सरस्वती (मनीष) उसकी सौतेली माँ द्वारा उदासीनता के साथ पाला जाता है और फिर भी वह एक उदार व्यक्ति के रूप में बड़ा होता है। उसके अपने विचार हैं जो वह अपने पिता के साथ बांटता नहीं है। उसके पिता उसकी शादी एक अमीर परिवार की पढ़ी-लिखी लड़की कुमुद ([[नूतन]]) के साथ तय कर देते हैं, लेकिन क्रान्तिकारी सरस्वती इस रिश्ते को मंज़ूर नहीं करता है। फिर भी वह कुमुद को चिट्ठी लिखता है और उस ज़माने की रीतियों के विपरीत कुमुद से मिलने चला जाता है। वहाँ उनका प्रेम परवान चढ़ता है और दोनों मंगेतर एक दूसरे के आशिक़ हो जाते हैं। लेकिन तक़दीर को कुछ और ही मंज़ूर है।
 
== चरित्र ==
== मुख्य कलाकार ==
* [[नूतन]]
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* [[शिवराज (हिन्दी फ़िल्म कलाकार)|शिवराज]]
* [[प्रवीन कौल]]
== दल ==
 
== संगीत ==
इस फ़िल्म में गीत इन्दीवर के हैं और संगीत कल्याणजी-आनन्दजी ने दिया है।
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|}
 
== रोचक तथ्य ==
== परिणाम ==
=== बौक्स ऑफिस ===
=== समीक्षाएँ ===
 
== नामांकन और पुरस्कार ==
== बाहरी कड़ियाँ ==
* {{imdb title|0148706|सरस्वतीचन्द्र}}