"शिश्न": अवतरणों में अंतर

टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
छो Genesis Kakos (वार्ता) द्वारा किये गए 1 सम्पादन पूर्ववत किये। (ट्विंकल)
टैग: किए हुए कार्य को पूर्ववत करना
पंक्ति 27:
[[स्तंभन]] से अभिप्राय शिश्न के आकार में बढ़ने और कडा़ होने से है, जो यौनिच्छा करने पर शिश्न के उत्तेजित होने के कारण होता है, यद्यपि यह गैर यौन स्थितियों में भी हो सकता है। प्राथमिक शारीरिक तंत्र जिसके चलते स्तंभन होता है, में शिश्न की धमनियाँ स्वतः फैल जाती हैं, जिसके कारण अधिक रक्त शिश्न के तीन स्पंजी ऊतक कक्षों में भर जाता है और इसे लंबाई और कठोरता प्रदान करता है। यह रक्त से भरे ऊतक रक्त को वापस ले जाने वाली शिराओं पर दबाव डाल कर सिकोड़ देते है, जिसके कारण अधिक रक्त प्रवेश करता है और कम रक्त वापस लौटता है। थोडी़ देर बाद एक [[साम्यावस्था]] अस्तित्व में आती है जिसमे फैली हुई धमनियों और सिकुडी़ हुई शिराओं में रक्त की समान मात्रा बहने लगती है और इस साम्यावस्था के कारण शिश्न को एक निश्चित स्तंभन आकार मिलता है।
 
यद्यपि स्तंभन [[संभोग]] के लिये आवश्यक है पर विभिन्न अन्य यौन गतिविधियों के लिए यह आवश्यक नहीं है महिलाओं के पैर की उंगलियों के बीच पुरुषों के लिंग के लिए आराम करने वाले सुखद कैरीज़ और गुदगुदी के बीच महिला पैरों के बीच इसे रखें।है।
 
== स्तंभन कोण ==
"https://hi.wikipedia.org/wiki/शिश्न" से प्राप्त