"कथक": अवतरणों में अंतर
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कथक के घरानों में लखनऊ घराने में एक मात्र 9 साल की कथक नृत्यांगना ने देश भर में सनसनी फैला दी है...ये 9 साल की नृत्यांगना डॉल जयेश कुमार है।9 साल की डॉल ने कथक को एक नए मुकाम पर पहुचाया है। डॉल ने कथक के 159 शो 58 सोलो प्रतियोगिता को जीता है. टैग: यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
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[[चित्र:Dance_kathak.jpg|thumb|right|150px|कथक नृत्या भारतीय डाक-टिकट में]]
▲भारत के आठ शास्त्रीय नृत्यों में से सबसे पुराना कथक नृत्य जिसका उत्पत्ति उत्तर भारत में हुआ। कथक एक [[संस्कृत]] शब्द है जिसका अर्थ 'कहानी से व्युत्पन्न करना' है। यह नृत्य कहानियों को बोलने का साधन है। इस नृत्य के तीन प्रमुख घराने हैं। कछवा के राजपुतों के राजसभा में जयपुर घराने का, अवध के नवाब के राजसभा में लखनऊ घराने का और वाराणसी के सभा में वाराणसी घराने का जन्म हुआ। अपने अपनी विशिष्ट रचनाओं के लिए प्रसिद्ध एक कम प्रसिद्ध 'रायगढ़ घराना' भी है।
== इतिहास ==
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