"छत्तीसगढ़": अवतरणों में अंतर

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== भूगोल ==
छत्तीसगढ़ के उत्तर में [[उत्तर प्रदेश]] और उत्तर-पश्चिम में [[मध्यप्रदेश]] का [[शहडोल]] संभाग, उत्तर-पूर्व में [[उड़ीसा]] और [[झारखंड]], दक्षिण में [[तेलंगाना]] और पश्चिम में [[महाराष्ट्र]] राज्य स्थित हैं। यह प्रदेश ऊँची नीची पर्वत श्रेणियों से घिरा हुआ घने जंगलों वाला राज्य है। यहाँ [[साल]], [[सागौन]], साजा और बीजा और बाँस के वृक्षों की अधिकता है। यहाँ सबसे ज्यादा मिस्रित वन पाया जाता है। सागौन की कुछ उन्नत किस्म भी छत्तीसगढ़ के वनो में पायी जाती है। छत्तीसगढ़ क्षेत्र के बीच में [[महानदी]] और उसकी सहायक नदियाँ एक विशाल और उपजाऊ मैदान का निर्माण करती हैं, जो लगभग 80 कि॰मी॰ चौड़ा और 322 कि॰मी॰ लम्बा है। समुद्र सतह से यह मैदान करीब 300 मीटर ऊँचा है। इस मैदान के पश्चिम में महानदी तथा [[शिवनाथ]] का दोआब है। इस मैदानी क्षेत्र के भीतर हैं [[रायपुर]], [[दुर्ग]] और [[बिलासपुर]] जिले के दक्षिणी भाग। [[धान]] की भरपूर पैदावार के कारण इसे धान का कटोरा भी कहा जाता है। मैदानी क्षेत्र के उत्तर में है [[मैकल पर्वत शृंखला]]। सरगुजा की उच्चतम भूमि ईशान कोण में है। पूर्व में उड़ीसा की छोटी-बड़ी पहाड़ियाँ हैं और आग्नेय में [[सिहावा]] के पर्वत शृंग है। दक्षिण में [[बस्तर]] भी गिरि-मालाओं से भरा हुआ है। छत्तीसगढ़ के तीन प्राकृतिक खण्ड हैं : उत्तर में [[सतपुड़ा]], मध्य में [[महानदी]] और उसकी सहायक नदियों का मैदानी क्षेत्र और दक्षिण में बस्तर का पठार। राज्य की प्रमुख नदियाँ हैं - [[महानदी]], [[शिवनाथ]], [[खारुन]], अरपा, [[पैरी]] तथा [[इंद्रावती नदी]]।<ref>{{cite web |url= http://tdil.mit.gov.in/CoilNet/IGNCA/chgr0002.htm#bhog|title= छत्तीसगढ़ |access-date=[[16 अप्रैल]] [[2008]]|format= एचटीएम|publisher= टीडीआईएल|language=}}</ref>
 
=== छत्तीसगढ़ का विभाजन ===