"शिक्षाशास्त्र": अवतरणों में अंतर

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(८) '''अनिश्चित से निश्चित की ओर चलो'''
 
इस सूत्र के अंतर्गत अस्पष्ट एवं अनियमित ज्ञान को स्पष्ट एवं नियमित करना होता है। छात्र अपनी संवेदनाओ द्वारा अनेक अष्पष्ट एवं अनियमित वस्तुओं की जानकारी करता है, परंतु शिक्षक को चाहिए कि वह उसे स्पष्ट करे।
 
(९) '''विश्लेषण से संश्लेषण की ओर चलो'''
 
यह सूत्र पूर्ण से अंश की ओर सूत्र का विपरीत है, इसके अंतर्गत छात्र को पूर्व ज्ञान प्रदान किया जाय तत्पश्चात इस पूर्ण का विभिन्न अंशो में विश्लेषण किया जाय और इसके उपरांत फिर उसे पूर्णता की और संश्लेषित किया जाय।
(१०) '''तर्क पूर्ण विधि का त्याग व मनोवैज्ञानिक विधि का अनुसरण करो'''