"इन्दौर": अवतरणों में अंतर

इंदौर बना है नंबर वन है|
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लोगों की आबादी सिर्फ ५३० वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में वितरित है। यह मध्यप्रदेश में सबसे अधिक घनी आबादी वाले प्रमुख शहर है। यह भारत में टीयर-2 शहरों के अन्तर्गत आता है। इंदौर महानगरीय क्षेत्र (शहर व आसपास के इलाके) की आबादी २१ लाख लोगों के साथ राज्य में सबसे अधिक है।
 
इंदौर अपने स्थापना के इतिहास में १६वीं सदी के [[दक्कन]] (दक्षिण) और [[दिल्ली]] के बीच एक व्यापारिक केंद्र के रूप में अपने आस्तित्व पाता है। [[मराठा]] [[पेशवा बाजीराव प्रथम]] के [[मल्हारराव होलकर]] के नेतृत्व में [[मालवा]] पर पूर्ण नियंत्रण ग्रहण करने के पश्चात, १८ मई १७२४ को इंदौर [[मराठा साम्राज्य]] में सम्मिलित हो गया था। मल्हारराव होलकर को वहाँ का सुबेदार बनाया गया। जिन्होंने आगे चल कर [[होलकर राजवंश]] की स्थापना की। इंदौर बना है नंबर वन...
 
[[ब्रिटिश राज]] के दिनों में, [[इन्दौर रियासत]] एक १९ गन सेल्यूट (स्थानीय स्तर पर २१) [[रियासत]] था, जो की उस समय (एक दुर्लभ उच्च श्रेणी) थी। अंग्रेजी काल के दौरान में भी यह होलकर राजवंश द्वारा शासित रहा। भारत के स्वतंत्र होने के कुछ समय बाद, यह भारत अधिराज्य में विलय कर दिया गया। इंदौर १९५० से १९५६ तक [[मध्य भारत]] की राजधानी के रूप में भी रहा।