"उद्यमिता": अवतरणों में अंतर

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* '''वृद्धि एवं विकास''' : एक बार इच्छित परिणाम प्राप्त करने के उपरांत, उद्यमी को उद्यम की वृद्धि एवं विकास के लिए अगला ऊंचा लक्ष्य खोजना होता है। उद्यमी एक निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति के पश्चात् संतुष्ट नहीं होता, अपितु उत्कृष्टता प्राप्ति के लिए सतत प्रयत्नशील बना रहता है।
 
== लघु उद्यम की स्थापना ==
एक लघु व्यवसाय की इकाई कोई भी व्यक्ति स्थापित कर सकता है। वह पुराना उद्यमी हो सकता है अथवा नवीन, उसे व्यवसाय चलाने का अनुभव हो सकता है और नहीं भी, वह शिक्षित भी हो सकता है अथवा अशिक्षित भी, उसकी पृष्ठभूमि ग्रामीण हो सकती अथवा शहरी।
 
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=== श्रम की उपलब्धि ===
एक उद्यमी अकेला ही व्यवसाय को नहीं चला सकता। उसे अपनी सहायता के लिए कुछ व्यक्तियों को नौकरी पर रखना होगा। विशेष रूप से विनिर्माण कार्य के लिए उसे प्रशिक्षित तथा अर्ध-प्रशिक्षित कारीगरों को रखना होगा। कार्य शुरू करने से पूर्व उद्यमी को यह निश्चित कर लेना चाहिए कि क्या उसे किये जाने वाले कार्यों के लिए उचित प्रकार के कर्मचारी मिल पायेंगे?
 
 
== इन्हे भी देखें ==